Bangladesh New PM: पड़ोसी देश बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ बीते कई दिनों से प्रदर्शन जारी था, जिसके बाद 5 अगस्त को सियासत में नया मोड़ आ गया है. हालात इतने खराब हो गए कि हजारों की संख्या में प्रदर्शन करने वाले लोग पीएम आवास में घुस गए और जमकर तबाही मचाई. काबू हालातों के बीच पीएम शेख हसीना देश छोड़ गयीं और इस्तीफा भी दे दिया. अब देश में तख्ता पलट हो गया है और इस बीच सेना ने ऐलान किया की वो अंतरिम सरकार बनाने जा रही है.
कौन हैं मोहम्मद युनुस
खबर है की नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनुस देश के नए प्रधानमंत्री बन सकते है. जाने कौन है मोहम्मद युनुस. मोहम्मद युनुस का जन्म 28 जून 1940 को हुआ था. वो एक बांग्लादेशी सामाजिक उद्यमी अर्थशास्त्री और नागरिक समाज नेता हैं, जिन्हें 2006 में ग्रामीण बैंक की स्थापना और माइक्रो क्रेडिट और माइक्रो फाइनेंस की अवधारणा को आगे बढ़ाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. ये लोन उन उद्यमियों को दिए जाते हैं जो पारंपरिक बैंक लोन के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए बहुत गरीब हैं. उन्हें 2009 में यूनाइटेड स्टेटस प्रेजिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम प्राप्त हुआ. आपको बता दें की शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ते ही प्रदर्शनकारी पीएम आवास में दाखिल हो गए. भारत ने इस पूरे मामले को बांग्लादेश का आंतरिक मामला बताया है.
वहीं नोबेल पुरस्कार विजेता और बांग्लादेशी अर्थशास्त्री मोहम्मद युनुस ने भारत की प्रतिक्रिया पर निराशा जताई है. उन्होंने ये भी कहा कि यह अशांति पड़ोसी देशों में भी फैल सकती है. यूनुस ने कहा कि जब भारत कहता है कि ये उनका आंतरिक मामला है तो मुझे दुख होता है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार युनुस ने कहा कि अगर भाई के घर में आग लगी हो तो मैं कैसे कह सकता हूँ कि ये उसका निजी मामला है? कूटनीति में ये उनका आंतरिक मामला है कहने के अलावा भी बहुत कुछ कहने का तरीका होता है. मोहम्मद युनुस ने आगे कहा कि अगर बांग्लादेश में अशांति हो रही है, जहाँ 17,00,00,000 लोग संघर्ष में है, युवाओं को सरकारी बलों द्वारा मारा जा रहा है और कानून व्यवस्था बिगड़ रही है तो यह साफ है कि स्थिति बांग्लादेश की सीमाओं के भीतर नहीं रहेंगी और पड़ोसी देशों प्रभावित करेगी.
क्या कहतें है बांग्लादेश के लोग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि युनुस अपने माइक्रो फाइनेंस कार्य के लिए जाने जाते हैं, जिसने वहाँ लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. हालांकि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरोध का सामना करना पड़ा. उन्हें हाल ही में एक भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराया गया था, जिसे उनके समर्थकों का कहना है कि ये राजनीति से प्रेरित है. युनुस ने भारत से बांग्लादेश में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का समर्थन करने और चुनावों में पारदर्शिता की कमी की आलोचना करने का आग्रह किया.