किस काम की ऐसी अमृत मिशन योजना: पूरे पैसे खर्च हुए मगर कई इलाकों में बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे लोग
रायगढ़। शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए अमृत मिशन योजना के तहत काम तो हुआ लेकिन सही मानिटरिंग के अभाव में पूरी राशि खर्च होने के बावजूद आधी आबादी को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। शहर के डेढ दर्जन से अधिक वार्ड जहां योजना से अछूते हैं तो वहीं जिन वार्डों में कनेक्शन बिछाया गया है वहां के लोग भी एक एक बूंद पानी को तरस रहे हैं। लगभग पूरे शहरी इलाके में पाइप लाइन तो बिछा दी गई लेकिन अधिकांश जगह पानी टंकी से कनेक्टिविटी ही नहीं हो पाई। यही वजह है कि 164 करोड़ रूपए खर्च होने के बावजूद अब भी बोर पंप या हैण्डपंप पर लोग निर्भर हैं।
नगर निगम ने वर्ष 2016 में अमृत मिशन योजना की नींव रखी थी। इस योजना के तहत नगर निगम क्षेत्र के कुल 40 वार्डों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए शहर में 315 किमी की पाइप लाइन बिछाई जानी थी। शहर में सात पानी की टंकियां, एक इंटकवेल, एक स्टाप डेम के साथ एक वाटर फिल्टर प...