टीपापानी पहाड़ के मध्य पाषाण कालीन शैलचित्रों की ऐतिहासिक खोज : डॉ. मुकेश राठिया के शोध ने छत्तीसगढ़ के प्राचीन इतिहास को दिया नया आयाम
रायगढ़ जिले के ग्राम गोरपार का बढ़ाया गौरव
रायगढ़। जिले के केराझर ग्राम स्थित टीपापानी पहाड़ में मध्य पाषाण काल (10000-4000 ई. पू.) के शैलचित्रों की अनमोल खोज ने छत्तीसगढ़ के प्राचीन इतिहास को नया आयाम दिया है। यह ऐतिहासिक खोज मानवविज्ञान अध्ययनशाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कुमार राठिया द्वारा की गई। उन्होंने बताया कि टीपापानी पहाड़ के शैलाश्रय में कई शैलचित्र पाए गए हैं, जिनमें शिकार के दृश्य, जानवरों और मानव के चित्र, और पेड़-पौधों की लाल एवं भूरे रंगों में सुंदर चित्रकारी की गई है। ये शैलचित्र मानव सभ्यता के प्रारंभिक दिनों की सांस्कृतिक और धार्मिक झलकियों को उजागर करते हैं।
टीपापानी के इन शैलचित्रों की खोज में डॉ. राठिया का साथ देने वाले विशेषज्ञों में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली के शैलचित्र विशेषज्ञ डॉ. जी. एल. बादाम और सं...