संतो के सानिध्य से निंदनीय व्यक्ति भी प्रशंसनीय हो जाता है :- बाबा प्रियदर्शी राम
अघोरेश्वर के अवतरण दिवस पर पूज्य बाबा ने कहा अघोर पंथ के लिए जाति पाति धर्म विशेष एवम छुआ छूत जैसी भावनाये अनुचित
प्रियदर्शी राम जी ने अघोर पंथ में नशे के प्रचलन को मिथ्या प्रचार बताते हुए कहा नशे के खिलाफ अनवरत जारी है अभियान
रायगढ़ :- पूज्य अघोरेश्वर के अवतरण दिवस पर आशीर्वचन के दौरान पूज्य पाद प्रियदर्शी राम जी ने कहा महापुरुषो का सानिध्य कई जन्मों के पुण्य प्रताप से मिलता है संतो का सानिंध्य मानव जीवन के लिए सौभाग्य भी है। परंपरा गत विद्यालय की शिक्षा में अघोरेश्वर की रुचि नहीं रही इसलिए 9 वर्ष की उम्र में ही घर परिवार का त्याग करने वाले अघोरेश्वर ने अत्यधिक कठोर साधना के जरिए अर्जित शक्तियों से समाज के वंचितों शोषितो दिन दुखियो का उचित मार्गदर्शन किया। उन्हें यह आभाष हो गया था कि स्कूली शिक्षा से मानव कल्याण की बुनियाद नही रखी जा सकती इसलिए उन्होंने सांसारिक बंधनों का परित्य...