- विकास कार्यों में विलंब से आम जनता को हो रही भारी परेशानी
खरसिया। राजनीति में कार्य का श्रेय लेने का प्रयास सामान्य बात है, लेकिन जब श्रेय की राजनीति के कारण विकास कार्यों में रोक लगती है या विलंब होता है, तो इसका सीधा असर आम जनमानस पर पड़ता है। जो राजनीतिक दल श्रेय की राजनीति के लिए जनहित के कार्यों को रोकना और नजरअंदाज करके विलंब करते हैं, उन्हें जनता अच्छी तरह समझती है। पूर्व D.R.U.C.T. सदस्य कैलाश अग्रवाल (दवाईवाला) ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार, श्रेय की राजनीति के लिए रायगढ़ जिले में कई विकास कार्यों की शुरुआत नहीं कर रही है और उन्हें जानबूझकर लटकाए रखा है। ऐसे कई महत्वपूर्ण कार्य हैं, जिनकी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं, लेकिन कार्य अब भी शुरू नहीं हुए हैं।
इनमें से एक खरसिया रेल ओवरब्रिज का निर्माण का मामला है। जिसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हुए एक वर्ष हो गया है, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हुआ। खरसिया के लोग कई वर्षों से रेलवे ओवरब्रिज की मांग कर रहे थे। शहर के बीच में स्थित रेलवे फाटक बंद रहने से लोगों को ट्रेन गुजरने तक इंतजार करना पड़ता है, जिससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए तत्कालीन मंत्री उमेश पटेल ने जनवरी 2021 में इस परियोजना की घोषणा की थी। मार्च 2021 में सर्वे पूरा कर प्रस्ताव ई.एन.सी. को भेजा गया, और ओवरब्रिज के लिए 64.95 रुपये करोड़ की स्वीकृति भी मिल गई। लेकिन एक साल पहले टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद अब तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है।
जब टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई थी, तब निर्माण सामग्रियों की कीमतें कम थीं, लेकिन अब विलंब के चलते निर्माण सामग्री की कीमतें बढ़ चुकी हैं, जिससे निर्माण लागत में भी वृद्धि होगी। इस प्रकार भाजपा सरकार द्वारा श्रेय की राजनीति के कारण न केवल समय की बर्बादी हो रही है, बल्कि खरसिया के लोगों को अब भी वही पुरानी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अगर यही स्थिति रही, तो आने वाले समय में इस परियोजना के पूरा होने की संभावना भी कम हो सकती है।