गौरतलब है कि प्रदेश में 3200 करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ है जिसकी जांच चल रही है। इस मामले में कई नेताओं की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। इस मामले में ईओडब्ल्यू ने 2300 पन्नों का चालान पेश किया था, जिसमें घोटाले में इन अधिकारियों की संलिप्तता का खुलासा हुआ था ।