
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी के छापे पर कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान प्रधानमंत्री आवास को लेकर सवाल दागा, इसलिए ED की टीम आ गई।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल ने सोमवार को अपने आवास पर ईडी की छापेमारी को राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया। भूपेश बघेल ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए संकट की घड़ी में उनके साथ के लिए आभार जताया। भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी की छापेमारी केंद्र सरकार की ओर से विपक्ष को परेशान करने के लिए की गई बदले की कार्रवाई है।
बता दें कि ED के अधिकारी 2161 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाला मामले में भूपेश बघेल के आवास, चैतन्य बघेल के ठिकाने सहित 14 जगहों पर जांच कर रहे हैं। 11 घंटे की पूछताछ और जांच के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल बाहर आए और मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान 18 लाख प्रधानमंत्री आवास को लेकर सवाल दागा, इसलिए ED की टीम आ गई। पहले आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने सवाल किया था, इसलिए पहले उनके घर ईडी गई और गिरफ्तार किया। अब मेरे घर आई है।
पूर्व CM भूपेश बघेल कहा ने कहा कि ईडी वाले आज सुबह यह हमारे घर आए। मैं सोकर उठा और चाय की चुस्की के साथ पेपर पढ़ रहा था। इसी बीच ED वाले आए, मैंने उनसे कहा- मैं तो 2-3 साल से इंतजार कर रहा था। आप आ ही गए तो स्वागत है आपका, चाय पीजिए। मैंने पूछा कि आपके पास सर्च वारंट है? बिना सर्च वारंट के मेरे यहां कैसे घुसे? तो वह लोग बोले कि लेकर आते हैं।’ ईडी के अफसर अहूजा से जांच के लेकर बात हुई, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
भूपेश बघेल ने कहा कि मेरे घर से सोना-चांदी मिला है। पत्नी और बहू से अलग-अलग करके 33 लाख रुपए मिले हैं, जिन्हें गिनने के लिए नोट मशीन मंगाई गई है। मैंने उन्हें कहा कि मेरी बहू बैंक में नौकरी करती है। यह रकम तो ऐसे ही गिनी जा सकती थी, नोट मशीन की क्या जरूरत थी। ईडी के अधिकारियों ने मुझे विधानसभा जाने नहीं दिया… मोबाइल जब्त कर लिया…। मुझे बदनाम करने और फंसाने की नियत से ईडी का छापा पड़ा है।
इसके साथी भूपेश बघेल ने ईडी की इस कार्रवाई के दौरान साथ खड़ा होने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय और प्रदेश संगठन के नेताओं का आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि ‘यह सब एक षड्यंत्र का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस के नेताओं को परेशान करना, प्रताड़ित करना और बदनाम करना शामिल है। मैंने विधानसभा में डिप्टी सीएम विजय शर्मा से सवाल पूछा तो हमारे यहां ईडी के अधिकारी आ गए।
रिपोर्ट- संदीप दीवान
