खरसिया। खरसिया विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक उमेश पटेल ने एक बार फिर अपने कर्मठ और जनसेवा से भरे स्वभाव का परिचय दिया। मौहापाली गांव से गुजरते हुए जब उन्होंने देखा कि एक महिला उनकी गाड़ी को रोककर अपनी समस्या बताना चाहती है, तो उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई। महिला ने अत्यधिक बिजली बिल की समस्या को लेकर अपनी व्यथा साझा की।
उमेश पटेल ने महिला की समस्या को गंभीरता से सुना और उसी वक्त घर किनारे परछी में बैठकर उसके समाधान का प्रयास किया। उनकी इस संवेदनशीलता और तत्परता ने गांववासियों का दिल जीत लिया। ग्रामीणों का कहना है कि उमेश पटेल केवल एक नेता नहीं हैं, बल्कि “नंदेली नंदन”और खरसिया का जुझारू बेटा हैं, जो हर जरूरतमंद की मदद के लिए हर पल तैयार रहते हैं।
जनसेवा की मिसाल: ऐसे समय में जब राजनीति केवल वादों तक सीमित दिखती है, उमेश पटेल जैसे नेता समाज में एक नई उम्मीद जगा रहे हैं। मौहापाली गांव की महिला ने कहा, “उमेश जी से बात करने के बाद मुझे लगा कि मेरी समस्या का समाधान जरूर होगा।”
यह घटना सिर्फ एक कहानी नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि जब जनता और नेता के बीच विश्वास होता है, तो हर समस्या का समाधान संभव है। उमेश पटेल का यह कार्य साबित करता है कि राजनीति केवल सत्ता का साधन नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम भी हो सकती है।
विश्वास की परिभाषा: गांववासियों के शब्दों में, उमेश पटेल उनके लिए केवल एक नेता नहीं, बल्कि उनके परिवार का सदस्य हैं। उनकी जनसेवा और सरल स्वभाव उन्हें न केवल खरसिया में बल्कि पूरे क्षेत्र में एक आदर्श नेता के रूप में स्थापित करता है।
इस घटना ने उमेश पटेल को न केवल क्षेत्र का नेता बल्कि “विश्वास का दूसरा नाम” बना दिया है।