छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में पुलिस आरक्षक भर्ती रद्द, SIT करेगी गड़बड़ी की जांच

छत्तीसगढ़ सरकार ने राजनांदगांव जिले में पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती प्रक्रिया को अनियमितताओं के आरोपों के बीच रद्द कर दिया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस आशय का आदेश दिया है।

Krishna Bihari Singh भाषा, रायपुरWed, 25 Dec 2024 11:58 PM
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छत्तीसगढ़ सरकार ने अनियमितताओं के आरोपों के बीच राजनांदगांव में जिला पुलिस बल आरक्षक संवर्ग चयन परीक्षा 2023-24 की भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया है। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।

हालांकि, राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा कि अभी तक राज्य सरकार से भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने का अधिकृत आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। अधिकारियों की मानें तो राजनांदगांव की 8वीं बटालियन में जारी भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं सामने आई हैं। 17 दिसंबर को राजनांदगांव के लालबाग थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि 16 नवंबर से राजनांदगांव, खैरागढ़ – छुईखदान – गंडई, कबीरधाम (कवर्धा) और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के अभ्यर्थी यहां भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि अनियमितताओं की जांच के बाद अब तक चार पुलिस आरक्षक, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के दो कर्मचारी और एक महिला अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया है।

मामले की जांच के दौरान एक आरक्षक अनिल रत्नाकर ने आत्महत्या कर ली। रत्नाकर ने इस मामले में खुद को फंसाए जाने का आरोप लगाया था। राजनांदगांव (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा ने रत्नाकर की आत्महत्या की जांच के लिए एसआईटी गठित कर 10 दिन में रिपोर्ट मांगी है।

वहीं पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक को सौंपी है। विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने एक्स पर भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी के गठन का निर्देश देकर स्पष्ट कर दिया है कि किसी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान कई अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता प्रक्रिया में प्राप्त अंकों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। राजनांदगांव पुलिस की आंतरिक टीम की जांच में यह अनियमितता सामने आई थी, जिसके बाद शहर के लालबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया में मार्शल ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल अनिल रत्नाकर का शव 21 दिसंबर को रामपुर गांव में फांसी पर लटका हुआ पाया गया था।

रत्नाकर के बाएं हाथ में लिखा था कि भर्ती प्रक्रिया में ड्यूटी पर तैनात अफसरों ने कर्मचारियों को फंसाया है। इस पूरे मामले पर राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सवाल उठाए थे और भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं के मुद्दे पर राज्य सरकार पर हमला बोला था। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी।