जाति प्रमाणपत्रों पर शुरू हुआ बवाल, भूपेश बघेल ने भाजपा को बताया पिछड़ा वर्ग विरोधी सरकार

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छत्तीसगढ़ में अब 5 सालों के भीतर बने जाति प्रमाणपत्रों की जांच कराए जाने की चर्चा हो रही है‌‌। फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जाने की शिकायत के बाद अब इसकी जांच करने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है की जाति प्रमाण पत्र को लेकर जांच करने की बात सरकार में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कही है। उन्होंने कहा कि 5 सालों में नगरी निकायों में बड़ी संख्या में फर्जी प्रमाणपत्र बनाए गए हैं। अब राज्य सरकार ऐसे सभी फर्जी प्रमाण पत्रों की जांच कराएगी। विजय शर्मा के इस बयान के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए भाजपा को ST, SC और  OBC विरोधी बताया‌ हैं। 

छत्तीसगढ़ में जाति प्रमाण पत्र की जांच के मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह कहा है कि भाजपा की सरकार ST, SC और‌ OBC विरोधी सरकार है। बघेल ने कहा कि जब से प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी है उसके बाद से जाति प्रमाणपत्र बनना ही बंद हो गया है। विजय शर्मा पर आरोप लगाते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि शर्मा एक भी शिकायत बता दें और किस आधार पर यह जांच करेंगे यह भी बता दें।‌ बघेल ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ जांच के नाम पर लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है। 

झीरम पर फिर उठाया‌ बघेल ने सवाल

इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर झीरम हमले का जिक्र करते हुए कहा कि झीरम हमले को 11 साल पूरे हो गए हैं। लेकिन अब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है। बघेल ने कहा कि केंद्र में हमारी सरकार बनने जा रही है, एनआईए सही दिशा में अब जांच करेगी। बघेल ने कहा कि भाजपा सरकार ने हमेशा से ही झीरम की जांच रोकने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन लोगों की झीरम कांड में भूमिका थी इसलिए जांच नहीं होने दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने गृह मंत्री विजय शर्मा के सामने भी इस मुद्दे को उठाया है। लेकिन बीजेपी इस मामले की जांच होने नहीं देना चाहती है।