बस्तर में बारूद के ढेर के बीच पनपा प्यार, मौत के डर के बीच किया सरेंडर; नक्सली जोड़े की प्रेम कहानी
छत्तीसगढ़ में माओवाद प्रभावित बस्तर इलाके के जंगलों में हिंसा के बीच पनपी एक प्रेम कहानी सामने आई है। इस प्रेम कहानी के दो किरदार आठ-आठ लाख रुपए के इनामी नक्सली रंजीत और काजल हैं। इस नक्सली जोड़े ने लाल गलियारों की कड़वी वास्तविकताओं का सामना करते हुए और बहादुरी से उनका मुकाबला करते हुए 15 जनवरी को नारायणपुर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और समाज की मुख्यधारा में लौट आए।इस शादीशुदा नक्सली जोड़े ने बताया कि पिछले साल 4 अक्टूबर को सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच हुई एक भयावह मुठभेड़ के बाद उन्होंने आत्मसमर्पण करने के बारे में सोचना शुरू कर दिया था। दरअसल मुठभेड़ के दौरान रंजीत भी मौके पर मौजूद था और अपने साथियों को मरते हुए देख रहा था।साथियों की मौत होने के बाद वह भी मौत के डर से 24 घंटे तक एक पेड़ पर छिपा रहा। इस जीवन-परिवर्तनकारी अनुभव ने प्यार और एक नया जीवन जी...










