

छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को शराब घोटाला मामले में विशेष अदालत ने 21 जनवरी तक कस्टोडियल रिमांड पर भेज दिया है। ईडी ने 14 दिन की रिमांड का आवेदन लगाया था। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने 7 दिन की ही रिमांड दी है। कोर्ट ने लखमा को 21 जनवरी को पेश करने का आदेश दिया है। वहीं लखमा ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम विष्णु देव साय के इशारे पर की गई है।
बीते 2 सप्ताह से चल रही थी पूछताछ
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा गिरफ्तार हो गए हैं। कुछ ही देर में कवासी लखमा को ED अधिकारियों की टीम कोर्ट लेकर पहुंची थी। शराब घोटाले मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश के खिलाफ ED को लेन-देन के सबूत मिले हैं। बीते दो सप्ताह से कवासी लखमा से ED पूछताछ कर रही थी।
2160 करोड़ के शराब घोटाला मामले में हुई गिरफ्तारी
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2160 करोड़ के शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज तीसरी बार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बेटे हरीश लखमा को पूछताछ के लिए बुलाया था। मगर आज पूछताछ के बाद ईडी ने कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है।
छापेमार कार्रवाई में मिले थे लेन-देन के सबूत
बता दें कि शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर 2024 को ED ने पूर्व मंत्री लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी। छापेमार कार्रवाई में ED ने नगद लेनदेन के सबूत मिलने की जानकारी दी थी। 3 जनवरी को दोनों को पूछताछ के बाद छोड़ा गया था। फिर 9 जनवरी को 8 घंटे पूछताछ हुई थी।
गरीब आदमी को साजिश के तहत फंसाया जा रहा
इधर विधायक कवासी लखमा ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी पीएम मोदी, मुख्यमंत्री विष्णु देव और गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर हो रही है। एक गरीब आदमी को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। उन्होंने कि छापामार कार्रवाई में एक भी सबूत, पैसे और कागजात ईडी को नहीं मिले, फिर भी उन्हें गिरफ्तार करके उनकी आवाज को दबाया जा रहा है।
रिपोर्ट- संदीप दीवान

