
- महाराष्ट्र स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी को आवंटित कोल ब्लॉक गारे पेलमा सेक्टर 2 कोल ब्लॉक की जद में आ रहे 14 गांव, निजी भूमि पर अनुमति नहीं मिलने के कारण वन भूमि से प्रारंभ किया काम
रायगढ़, 26 जून। महाराष्ट्र स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी को आवंटित कोल ब्लॉक गारे पेलमा सेक्टर 2 से उत्पादन जल्द प्रारंभ करने का दबाव है। इसलिए मुड़ागांव में वन भूमि से काम प्रारंभ किया गया। कई दिनों से जंगल कटाई करने की तैयारी में लगे एक निजी उद्योग प्रबंधन ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में गुरुवार को जंगल काटना शुरू कर दिया। इसके विरोध में लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार, पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया खड़े हो गए। पुलिस ने विरोध कर रहे सभी नेताओं और आदिवासियों को बलपूर्वक गिरफ्तार कर वहां से हटाया।
महाजेंको को तमनार में गारे पेलमा सेक्टर 2 कोल ब्लॉक आवंटित है। इसके लिए करीब 2600 हे. भूमि का अधिग्रहण होने वाला है, जिसमें 14 गांव लिबरा, डोलेसरा, टिहली रामपुर, पाता, ढोलनारा, मुड़ागांव, चितवाही, झिंकाबहाल, रोड़ोपाली, सारसमाल, कुंजेमुरा, भालूमुड़ा, गारे और सराईपाली प्रभावित हो रहे हैं। कंपनी ने कोल ब्लॉक को डेवलप करने के लिए एमडीओ एक निजी उद्योग प्रबंधन को दिया है। मतलब एक निजी उद्योग प्रबंधन ही पूरा भूअर्जन, वनों की कटाई, कोयला खनन करके प्लांट तक पहुंचाएगा। खदान के लिए निजी भूमि का अधिग्रहण अभी तक नहीं हो सका है। इसलिए शासन ने कंपनी को वन भूमि से काम शुरू करने की अनुमति दे दी। पिछले कई दिनों से मुड़ागांव में जंगल की कटाई का प्रयास किया जा रहा था। गुरुवार को पुलिस फोर्स के साथ जंगलों पर धावा बोला गया। इसकी जानकारी मिलते ही आसपास के गांवों के आदिवासी विरोध करने एकत्र होने लगे। प्रशासन की मौजूदगी में पेड़ों की कटाई शुरू हुई। ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र में ऐसे ही जंगल कम हो रहे हैं। उस पर कोल ब्लॉक के नाम पर बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई की जा रही है। प्रशासन के द्वारा पेड़ों की वास्तविक संख्या कम बताई जा रही है। सुबह से ही बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर बड़े-बड़े पेड़ों को काटा जा रहा है। ग्रामीणों के विरोध की जानकारी मिलने पर लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार, पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया भी मौके पर पहुंचे और विरोध करने लगे। आखिरकार पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा और विधायक विद्यावती सिदार, सत्यानंद राठिया सहित 50 से अधिक ग्रामीणों का पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ झूमाझटकी भी हुई।
14 गांवों में कटेंगे जंगल, निजी भूमि का सर्वे बाकी
तमनार ब्लॉक में महाजेंको को आवंटित कोल ब्लॉक से क्षेत्र के 14 गांव प्रभावित हो रहे हैं। ग्राम मुड़ागांव में गुरुवार को पेड़ों की कटाई शुरू की गई थी। 6 बजे से ही आसपास के क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। एसडीएम, तहसीलदार भी पेड़ों की कटाई को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए तैनात रहे। पेड़ों की कटाई शुरू करने से ग्रामीण विरोध पर उतर आए। ग्रामीणों का कहना था कि हमारे पूर्वजों ने इन जंगलों को संरक्षित किया है और यह आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जिनकी जीविका ही जंगल के भरोसे चलती है। ग्राम सभा की अनुमति लिए बगैर सीधे जंगल काटने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया। पेड़ों की कटाई को रोकने कोर्ट में भी याचिका लगाई है लेकिन सुनवाई से पहले ही अचानक पेड़ों की कटाई शुरू कर दी गई।
एसडीएम घरघोड़ा ने मार्च में दी थी अनुमति
14 गांवों के करीब ढाई हजार हेक्टेयर क्षेत्र में कोल ब्लॉक फैला हुआ है। 27 मार्च 2025 को एसडीएम घरघोड़ा रमेश मोर ने मुड़ागांव सरपंच व सचिव को आदेश दिया था। रायगढ़ डीएफओ ने मुड़ागांव के रिजर्व फॉरेस्ट कम्पार्टमेंट 740पी और 741 पी में वृक्षों की कटाई को अनुमति दी थी। एसडीएम ने आदेश दिया था कि 28 मार्च से वन विभाग ही पेड़ों की कटाई करेगा। इसके लिए सरपंच और सचिव को ग्रामवासियों के सहयोग से काम पूरा कराने का आदेश दिया गया था। इसके विरोध में सराईटोला सरपंच ने कलेक्टर से शिकायत की थी। ग्रामीणों का कहना है कि ढोलनारा गांव में भी कंपनी ने बिना ग्राम सभा की सहमति के जंगल कटाई शुरू कर दी।
अकेले पड़ गए ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि उनकी सहमति के बिना यह कटाई शुरू की गई है। एक आदिवासी महिला ने कहा, हमारी ग्राम सभा की राय को नजरअंदाज किया गया। लैलुंगा विधायक विद्यावती सिदार भी मौके पर पंहुची और विरोध प्रकट करते हुए उपस्थित अधिकारियों से पुछा कि किस आदेश से कटाई का काम शुरू करवाया गया है। उनको भी जानकारी नहीं दी गई है। पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया ने भी मौके पर पहुंचकर जंगल काटने पर विरोध जताया। स्थिति तनावपूर्ण होने पर पुलिस ने ग्रामीणों को भी गिरफ्तार कर लिया। सभी को हिरासत में लेकर तमनार के फॉरेस्ट रेस्ट हाऊस में अस्थाई तौर पर रखा गया। दिन भर पेड़ों की कटाई का काम चलता रहा। कई साल पुराने विशाल पेड़ धराशायी हो गए।
सर्वे बाकी, निजी भूमि के लिए मचेगा ज्यादा बवाल
14 गांवों की करीब ढाई हजार हेक्टेयर भूमि कोल ब्लॉक में जाने वाली है। 22 मिलियन टन प्रतिवर्ष ओपन कास्ट और 1.6 एमटी अंडरग्राउंड कुल 23.6 एमटी प्रतिवर्ष कोयला उत्पादन का लक्ष्य है। 2583 हे. पर माइनिंग लीज स्वीकृत की गई है जिस पर भूअर्जन की कार्यवाही जारी है। अभी 14 में से दो गांव मुड़ागांव और रोडोपाली का सर्वे बाकी है। रोडोपाली सत्यानंद राठिया का ही गांव है। पिछले दिनों रायपुर में एक सीक्रेट मीटिंग भी हुई थी। इस कोल ब्लॉक में 214 हे. वन भूमि है, जिसे उजाड़ा जाएगा। इसके बदले रायगढ़ तहसील में क्षतिपूर्ति वृक्षारोपण के लिए भूमि दी गई है।
कांग्रेस नेता भी पहुंचे
कांग्रेस विधायक विद्यावती सिदार के गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष द्वय अनिल शुक्ला, नगेंद्र नेगी, दयाराम धुर्वे, उस्मान बेग सहित अन्य कांग्रेस नेता भी तमनार पहुंचे। उन्होंने पेड़ों की कटाई को असंवैधानिक करार देते हुए विरोध जताया। अनिल शुक्ला ने कहा कि एक ओर सरकार एक पेड़ मां के नाम अभियान चला रही है और दूसरी ओर वर्षों पुराने पेड़ काटे जा रहे हैं। कांग्रेस सरकार की इस नीति का विरोध करती है। उद्योगों के नाम पर हजारों पेड़ों की कटाई कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी। इस मामले को लेकर आंदोलन चलाया जाएगा।
पीयूसीएल ने की गिरफ्तारी की निंदा
महाजेंको खदान के लिए वनों की कटाई का विरोध करने वाले शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने निंदा की है। पीयूसीएल ने प्रेस नोट जारी कर रायगढ़ जिले में पर्यावरण रक्षकों और स्थानीय वनवासी समुदायों पर अलोकतांत्रिक कार्रवाई की कड़ी निंदा की है, जहां खदान डेवलपर और ऑपरेटर (एमडीओ) के रूप में महाजेंको से जुड़ी एक कोयला खनन परियोजना के लिए वन भूमि को साफ किया जा रहा है। यह कार्य उच्च न्यायालय और राष्ट्रीय हरित अधिकरण के समक्ष लंबित कानूनी चुनौतियों के बावजूद हो रहा है। पीयूसीएल का कहना है कि कम से कम 10 व्यक्तियों को मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया, जिनमें प्रसिद्ध कार्यकर्ता और चल रहे कानूनी मामलों में याचिकाकर्ता रिनचिन, अक्ष नायक, श्याम राठिया, कन्हाई पटेल और पुंज बिहारी (लैलूंगा की स्थानीय विधायक विद्यावती सिदार के पति), साथ ही तीन आदिवासी महिलाएं-जगमती भगत, रईसमती सिदार और माधुरी महंत शामिल हैं, जो महुआ के फूल तोड़ रही थीं, जब उन्हें हिरासत में लिया गया। पीयूसीएल के मुताबिक ये गिरफ्तारियां स्पष्ट रूप से लोकतांत्रिक असहमति को दबाने और किसी भी कीमत पर एक निजी उद्योग प्रबंधन के कॉर्पोरेट एजेंडे को सुविधाजनक बनाने की एक पूर्व नियोजित रणनीति का संकेत देती हैं।
आज दीपक बैज और उमेश पटेल जाएंगे मुड़ागांव
तमनार ब्लाक के सराईटोला के आश्रित ग्राम मुड़ागांव में खदान के लिये जंगल कटाई का विरोध कर रहे ग्रामवासियों से मुलाकात तथा समर्थन देने एवं प्रभावित क्षेत्र में निरीक्षण तथा क्षेत्रीय विधायक श्रीमती विद्यावती सिदार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज, खरसिया विधायक उमेश पटेल, धरमजयगढ़ विधायक लालजीत सिंह राठिया एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण का 27 जून शुक्रवार को समय दोपहर 2 बजे मुड़ागांव (तमनार) आगमन हो रहा है। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण/शहर के अध्यक्ष नगेन्द्र नेगी एवं अनिल शुक्ला के निर्देशानुसार कांग्रेस के समस्त पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं निर्वाचित जनप्रतिनिधि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की कृपा करें।
क्या कहती हैं एसडीएम
कोल ब्लॉक के लिए 1500 पेड़ों के कटाई की अनुमति मिली है। प्रशासन की देखरेख में कटाई का कार्य कराया जा रहा है। पूरी प्रक्रिया शासन के आदेश अनुसार नियम से है।
– अक्षा गुप्ता, एसडीएम लैलूंगा







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