जनसेवा, विकास और समर्पण की मिसाल, नगर पालिका उपाध्यक्ष बने बंटी सोनी, खरसिया में हर्ष की लहर!

  • आजमा के देख लो रौनके-महफिल हूं मैं, मिटाना चाहोगे जितना, मैं उतना निखरते जाऊंगा!
  • नगर भर के चहेते बंटी सोनी बने नगरपालिका के उपाध्यक्ष

खरसिया। शुक्रवार को भाजपा कार्यालय खरसिया में रानी संयोगिता जूदेव द्वारा जैसे ही अवधनारायण ‘बंटी’ सोनी का नाम नगर पालिका के उपाध्यक्ष पद हेतु लिया गया, तो उपस्थित सभी लोगों में अपार हर्ष छा गया। वहीं यह बात जब नगर में फैली तो पूरे नगर में हर्षोल्लास के साथ पटाखे फोड़े गए। इस दौर में किसी की परेशानी देखकर मुंह मोड़ लेना आम बात है, वहीं हृदय में करुणा का सागर लिए राहों में एक्सीडेंट देखकर अपना कार्य छोड़कर, उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंच कर सारी सुविधाएं मुहैया करवाना और जरूरत पड़ने पर अपना लहू भी दे देना आसान तो नहीं। अनेकों बार ब्लड डोनेट कर चुके अवधनारायण सोनी न सिर्फ इंसानियत वरन् उन पार्षदों के लिए भी नज़ीर हैं, जो अपनी पार्षद निधि का उपयोग भी स्वयं के नफा-नुकसान को सोचकर किया करते हैं। बंटी सोनी के उपाध्यक्ष बनने पर यह तो अब तय माना जा रहा है कि खरसिया को विकास के नए पर लग जाएंगे।

उपलब्धियां से भरा है बंटी सोनी का सफर
ज़माने ने अपना दस्तूर निभाते हुए वार्ड नंबर 16 से प्रत्याशी बने बंटी सोनी की राह में कांटे ही नहीं, वरन् शूल भी बिछा दिए थे। परंतु अपनी वास्तविक लोकप्रियता और मधुर व्यवहार के चलते बंटी सोनी ने सारी मुश्किलों को कुचलते हुए ना सिर्फ पार्षद पद के लिए जीत हासिल की, बल्कि अब वे नगर पालिका के उपाध्यक्ष भी बन गए हैं। नगर को स्वच्छ रखने की कामना को लेकर अल-सुबह ही सफाई कर्मचारियों को निर्देश देने की आदत के अलावा पार्षद निधि का सदुपयोग करते हुए बंटी सोनी ने पूर्व में बालमंदिर में किचन-सेड बनवाया और बोरवेल भी खुदवाया था। वहीं अपनी आस्था का परिचय देते हुए उन्होंने धामादेवी मंदिर में टाइल्स भी लगवाए थे। बालिकाओं को पीने के पानी की सुविधा हो इसलिए गर्ल्स स्कूल में बोर खनन के कार्य के अलावा वार्ड नंबर 16 में भी गर्मियों में आमजनों को पानी मिल सके, यह सोचकर दो बोर करवाए थे। स्टेशन चौक में बस-स्टॉप का निर्माण हो या वार्ड नंबर 10 के निवासी, जो पानी से वंचित रहते थे वहां तक पाइपलाइन का विस्तार हो या फिर आने वाली पीढ़ी चुस्त-दुरुस्त हो ऐसी कामना से गंज बाजार में जिम लगवाने का कार्य हो, यह सब काम बंटी सोनी की कार्यशैली को बखूबी बता रहे हैं।

स्वयं के खर्चे से करते हैं जनहित के कार्य
पिछले कार्यकाल में बंटी सोनी ने पार्षद का चुनाव नहीं लड़ा था। वहीं अब अजय योद्धा के रूप में वे चौथी बार पार्षद बनकर उपाध्यक्ष पद का दायित्व भी संभालेंगे। बंटी सोनी एक ऐसा नाम है जो लोगों की जरूरतों के लिए किसी शासकीय मद के भरोसे नहीं रहते। इन्होंने पूर्व में सिविल अस्पताल में दो नाग लेबर चेयर की व्यवस्था की थी। वहीं प्रीमेच्योर बच्चों के लिए ब्लू लाइट मशीन भी लगवाई थी। छात्र-छात्राओं की परेशानी के मद्देनजर कान्वेंट स्कूल में बोरवेल की व्यवस्था की, तो नगर को साफ-सुथरा रखने के लिए दो नग इलेक्ट्रॉनिक रिक्शे नगर पालिका को भेंट किए थे। ऐसे में कहा जा सकता है कि बंटी सोनी का व्यक्तित्व प्रत्येक राजनेता के लिए आदर्श बनकर शोभायमान हो रहा है।