नववर्ष पर गौ सेवा संगठन खरसिया का अद्भुत आयोजन : बेसहारा गौवंश और बेजुबानों को कराया भरपेट भोजन

खरसिया, 01 जनवरी 2024। नववर्ष के अवसर पर खरसिया में गौ सेवा संगठन ने समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया। संगठन के प्रमुख राकेश केशरवानी और उनकी टीम ने नववर्ष की खुशियां सड़कों पर बेसहारा घूम रहे गौवंश और अन्य बेजुबान प्राणियों को भरपेट भोजन कराकर मनाई। संगठन ने सुबह मछली तालाब शिव मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद भंडारा वाहन का काफिला नगर के विभिन्न वार्डों और मुख्य मार्गों से होकर गुजरा। जहां भी गौवंश और अन्य बेजुबान प्राणी दिखे, वहां टीम ने हल्दी-नमक की रोटी, गुड़, बिस्किट, करी, लड्डू, और हरी सब्जियों से भरी थालियां खिलाईं।

सड़क पर भूखे बेजुबानों के लिए सेवा अभियान
यह अभियान लगभग तीन घंटे तक चला, जिसमें संगठन के सदस्यों ने नगर की हर गली, मोहल्ले, और मुख्य मार्ग पर घूमकर भूखे और प्यासे प्राणियों को भोजन कराया। स्थानीय निवासियों ने भी इस सेवा कार्य में हिस्सा लिया और दान-पुण्य कर सहयोग दिया। कार्यक्रम के दौरान गौमाता की आरती उतारी गई और सभी ने साक्षात लक्ष्मी स्वरूपा गौमाता का आशीर्वाद प्राप्त किया। स्थानीय निवासियों ने संगठन के इस नेक कार्य की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।

संगठन प्रमुख का संदेश
संगठन के प्रमुख राकेश केशरवानी ने कहा, “अक्सर लोग नववर्ष की खुशियां मनाने बड़े-बड़े शहरों, होटलों, और हिल स्टेशनों पर जाते हैं। लेकिन हम गौमाता को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं। जैसे हम अपने परिवार में खुशियां मनाते हैं, वैसे ही हम गौवंश और अन्य बेजुबानों के साथ भी खुशियां मनाते हैं। सड़कों पर भूखे-प्यासे भटक रहे बेजुबानों को भोजन कराना हमारी प्राथमिकता है।”

गौ सेवा संगठन : एक अनूठा संगठन
गौ सेवा संगठन पूरे भारत में एकमात्र ऐसा संगठन है जो हर पर्व और त्योहार को गौवंश और बेजुबान प्राणियों के साथ मनाता है। चाहे किसी सदस्य का जन्मदिन हो या सालगिरह, संगठन सड़कों पर बेसहारा प्राणियों को अच्छा भोजन कराने का प्रयास करता है।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख सदस्य
आज के कार्यक्रम में संगठन के प्रमुख राकेश केशरवानी के साथ प्रभात तिवारी, लम्बोदर मानिकपुरी, रानु दर्शन, डिग्री लाल जगत, हर्ष डनसेना, लाला सारथी, शुभम दास, भावेश दास, श्री शनि महंत जी, बाबा रामप्रसाद, और ग्रामीण अंचलों से आए गौसेवक जैसे सरवानी, बोतल्दा, और फगुरम के सदस्यों ने हिस्सा लिया।

नववर्ष की सेवा से समाज को संदेश
इस अनूठी पहल ने यह संदेश दिया कि खुशियां बांटने का सबसे अच्छा तरीका है दूसरों की सेवा करना। गौ सेवा संगठन ने दिखाया कि नववर्ष केवल व्यक्तिगत आनंद का नहीं, बल्कि सेवा और परोपकार का भी समय है।