छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई के सुपेला में पशुओं के बीच एक खतरनाक वायरस का संक्रमण फैल रहा है। इससे कई गौवंश संक्रमित हो चुके हैं। पशु चिकित्सा विभाग ने भी इसकी पुष्टि की है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई के सुपेला में पशुओं के बीच लंपी वायरस का संक्रमण फैल रहा है। इससे कई गौवंश संक्रमित हो चुके हैं। लंपी वायरस फैलने की पुष्टि पशु चिकित्सा विभाग ने भी कर दी है। बताया जाता है कि कुछ दिन पहले ही इस वायरस के लक्षण पशुओं में देखने को मिले थे। अब इस वायरस से कई गौवंश संक्रमित हो चुके हैं। प्रशासन ने ज्यादा गंभीर रूप से संक्रमित लावारिश पशुओं को गोठान में शिफ्ट करने को कहा है।
पशु चिकित्सा विभाग ने पुष्टि की
बताया जाता है कि शनिवार को जब गाय, बछड़ों के शरीर में हुए जख्मों से खून रिसने लगा तब जाकर टीम के साथ पहुंचे पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक सुधीर प्रताप सिंह ने लंपी वाययस के संक्रमण की पुष्टि की।
कैसे करें बचाव?
1- तत्काल नजदीकी पशु चिकित्सा अधिकारी को सूचित करें।
2- संक्रमित पशु को स्वस्थ पशुओं से अलग कर दें और उन्हें दूर रखें।
3- बीमार आवारा पशुओं की आवाजाही पर रोक लगाए।
4- पशुओं को हमेशा साफ पानी पिलाएं।
5- मच्छर, मक्खी आदि से बचाव के लिए कीटनाशक का प्रयोग करें।
6- पशुशाला, गौशाला में फिनाइल/सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करें।
रोग फैलने पर क्या न करें?
1- बीमार पशुओं को चरागाह, खेतों में चरने के लिए ना भेजें।
2- बीमार पशुओं को पशु मेलों और प्रदर्शनियों में न ले जाएं।
3- पशु की डेड बॉडी खुले में ना फेंके, उसे गहरे गड्ढे में दबा दें।
4- बीमार और स्वस्थ पशुओं को एक साथ चारा-पानी ना दें।
5- प्रभावित क्षेत्रों से पशुओं को ना खरीदें।
6- बीमार पशु का दूध बछड़े को न पिलाएं।
7- प्रभावित पशु का उबला दूध ही पीएं।
(हिन्दुस्तान टाइम्स)
मुनादी करने के निर्देश
मवेशियों में लगातार फैल रहे लंपी वायरस को देख सुपेला के पार्षद रविशंकर कुर्रे को पूरे एरिया में मुनादी करने कहा गया है ताकि मवेशियों के मालिक अपने-अपने मवेशी घर पर रखें जिससे उनका वैक्सीनेशन हो सकें। इस बीच एक टीम सुपेला में लंपी वायरस से पीड़ित मवेशियों का वैकसीनेशन भी कर रही है। यही नहीं जिन लावारिश पशुओं में संक्रमण ज्यादा फैल गया है उनको गोठान में शिफ्ट करने को कहा गया है।