छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में दिवाली की जश्न के बीच कबीर पंथ के गुरु प्रकाश मुनि साहेब के आश्रम दामाखेड़ा में पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट…
छत्तीसगढ़ के संवेदनशील बलौदाबाजार जिले में दिवाली की जश्न के बीच एकबार फिर हंगामा करने की कोशिश हुई है। शुक्रवार की रात कबीर पंथ के गुरु प्रकाश मुनि साहेब के आश्रम दामाखेड़ा में कुछ उपद्रवियों ने आश्रम में बम (पटाखा) फेंक दिया। यही नहीं उपद्रवियों ने पत्थरबाजी भी की। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों को अरेस्ट किया है। मामले की संवेदनशीलता को देख सूबे के गृह मंत्री विजय शर्मा और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा रात को ही आश्रम पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
मामला सिमगा थाना क्षेत्र का है। घटना के बाद पुलिस ने बीएनएस की धारा 191(2), 193(3), 190, 331, 296, 351(3), 298 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार की रात लगभग 09:45 बजे कुछ आरोपी, जिनमें दुर्गेश देवांगन और प्रताप साहू शामिल हैं, लाठी, डंडा और बम पटाखों के साथ आश्रम में जबरदस्ती प्रवेश कर गए। एफआईआर में आरोप है कि उन्होंने वहां जान से मारने की धमकी देते हुए अश्लील गालियां दीं और बम (पटाखा) फेंक दिया। इसके साथ ही पत्थरबाजी भी की गई।
फिलहाल, दामाखेड़ा आश्रम पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जानकारी के अनुसार, प्रकाश मुनि जी की शिकायत पर पुलिस ने दामाखेड़ा के सरपंच पति सहित अन्य लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है। वहीं 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। उधर, घटना के बाद सरपंच का पति फरार हो गया है।
गौरतलब है कि इसी साल 15 और 16 मई की रात को कुछ अज्ञात लोगों ने बलौदाबाजार जिले के गिरौदपुरी धाम की पवित्र अमर गुफा में सतनामी समाज के पूज्य पवित्र प्रतीक जैतखंभ में तोड़फोड़ कर दी थी। इसके आक्रोश में 10 जून को हिंसा भड़क गई थी। नाराज सतनामी समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई थी। हिंसक भीड़ ने बलौदा बजार कलेक्टर के ऑफिस पर आगजनी कर दी थी। इसके बाद जिले में धारा-144 लागू कर दी गई थी।