रायगढ़, 16 नवंबर। जूट मिल थाना क्षेत्र में अपराधों की बढ़ती घटनाओं ने स्थानीय निवासियों में गहरी चिंता और भय का माहौल बना दिया है। हालिया घटना में, मिट्ठूमुड़ा स्थित बजरंग पारा ईडब्ल्यूएस निगम कॉलोनी में तीन हमलावरों द्वारा एक युवक पर चाकू से हमला करने की खबर सामने आई है, जिससे शहर में सनसनी मच गई है। अपराधियों के बेखौफ व्यवहार और जुट मिल पुलिस की कथित निष्क्रियता पर स्थानीय निवासियों ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र कुमार उपाध्याय (38), जो पटेलपाली स्थित पेट्रोल पंप में कार्यरत हैं और मिट्ठूमुड़ा निगम कॉलोनी के निवासी हैं, दोपहर के समय घर पर भोजन करने आए थे।
उसी दौरान, घर के बाहर गाली-गलौज और शोर सुनकर वे बाहर निकले। बाहर आते ही हथियारबंद बदमाशों विकास चौहान, अजय मेहर और सोनू भट्ट ने उन पर गाली-गलौज शुरू कर दी। जब धर्मेंद्र ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उन पर तलवार और चाकू से हमला कर दिया। धर्मेंद्र किसी तरह तलवार के वार से बच गए, लेकिन चाकू उनके पेट के दाहिनी ओर लग गया। घायल अवस्था में तड़पते हुए धर्मेंद्र को देख कर तीनों आरोपित मौके से भाग गए। घायल अवस्था में धर्मेंद्र को उनके परिजनों द्वारा तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्होंने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
इस हमले के कारण स्थानीय निवासियों में गहरा रोष है। उनका कहना है कि ये तीनों बदमाश पिछले कुछ दिनों से मोहल्ले में तलवार और चाकू के साथ गाली-गलौज करते हुए घूमते रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में आतंक फैला हुआ था। नाराज लोगों ने थाने जाकर अपनी चिंताएं व्यक्त कीं और चेतावनी दी कि यदि इन अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो वे विरोध प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेंगे। उनका कहना है कि जूट मिल थाना क्षेत्र अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन चुका है, जो पुलिस की नाकामी को दर्शाता है।
थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने चाकूबाजी की घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि “धर्मेंद्र उपाध्याय की शिकायत और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों, विकास चौहान और अजय मेहर, को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सोनू भट्ट की तलाश जारी है।”