- एसपी दिव्यांग पटेल की तत्परता से घटना का पर्दाफाश
- दो डीएसपी के नेतृत्व में आरोपियों की धरपकड़ के लिए बनाई गई थी अलग-अलग टीमें
- फरार आरोपीयों की तलाश में जुटी पुलिस
रायगढ़। कोतरारोड़ थाना क्षेत्र में आज हुई कार लूट की घटना को रायगढ़ पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए महज 03 घंटे के भीतर सफलतापूर्वक सुलझा लिया। आज दोपहर कार लूट की घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने तुरंत जिले में नाकेबंदी कर सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों को वारदात की जानकारी दी गई। हेड क्वार्टर डीएसपी अखिलेश कौशिक और साइबर सेल डीएसपी अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में थाना कोतरारोड़, साइबर सेल और भूपदेवपुर की टीम गठित की गई और उन्हें तुरंत कार्रवाई में लगाया गया। पुलिस अधीक्षक श्री पटेल स्वयं रेलवे स्टेशन पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, साथ ही टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पुलिस टीम ने सारंगढ़, सक्ती, कोरबा, झारसुगुडा पुलिस के साथ समन्वय स्थापित किया गया। एक टीम सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए आरोपियों के रूट और पहचान की पुष्टि की और सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ जानकारी साझा किया गया जिसमें रायगढ़ और सक्ती के बेहतर कॉडिनेशन और पुलिस की सघन नाकेबंदी में बाराद्वार-जैजेपुर मार्ग पर आरोपियों द्वारा कार को छोड़कर फरार हो गए। रायगढ़ पुलिस ने लूटी गई स्वीफ्ट डिजायर कार (सीजी 13बीए 5441) को बरामद कर लिया है और पीड़ित पंकज सिंह के रिपोर्ट पर थाना कोतरारोड़ में लूट का अपराध कायम कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
घटना का विवरण-
घटना की जानकारी के अनुसार, पीड़ित पंकज सिंह, पिता जितेंद्र सिंह (उम्र 39 वर्ष), निवासी आजमगढ़, उत्तर प्रदेश, जो वर्तमान में सोनकर पारा, थाना जूटमिल, रायगढ़ में रहते हैं, ने पुलिस को बताया कि वे अपनी कार किराए पर देते हैं और प्रतिदिन रायगढ़ रेलवे स्टेशन पर अपनी स्वीफ्ट डिजायर कार (क्रमांक: सीजी 13 BA-5441) खड़ी करते हैं, जिसकी ड्राइविंग वह स्वयं करते हैं। आज दोपहर करीब 3:15 बजे, दो युवक (उम्र लगभग 25-30 वर्ष) कार किराए पर लेकर टीपाखोल, कोतरारोड़ जाने के लिए बुकिंग की। दोनों युवक पंकज की कार में बैठ गए, जिनमें से एक ड्राइवर सीट के बगल में और दूसरा पीछे बैठा था। टीपाखोल पहुंचने के बाद, पीछे बैठे युवक ने अचानक धारदार हथियार निकालकर पंकज को धमकाया, जबकि दूसरे युवक ने पंकज को कार से बाहर धकेल दिया। इसके बाद दोनों आरोपी कार लेकर खरसिया-सक्ती की ओर फरार हो गए। पंकज ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी।
इस त्वरित और सफल ऑपरेशन में, पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशों के तहत, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के मार्गदर्शन में गठित विशेष टीम ने काम किया। डीएसपी अखिलेश कौशिक और डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय ने टीम का नेतृत्व किया। जिला सक्ती के डीएसपी मनीष कंवर, थाना प्रभारी जैजेपुर निरीक्षक जितेन्द्र कोशले तथा रायगढ़ पुलिस टीम में थाना पभारी भूपदेवपुर निरीक्षक सीताराम ध्रुव, साइबर सेल के आरक्षक पुष्पेंद्र जाटवर, प्रशांत पंडा, नवीन शुक्ला, यशवंत दुबे, तारीक अनवर, थाना कोतरारोड़ के प्रधान आरक्षक करुणेश राय, आरक्षक बाबूलाल पटेल, संदीप कौशिक, चंद्रेश पाण्डेय, प्रवीण राज, संजय केरकेट्टा शामिल थे। रायगढ़ पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना की जा रही है, जो आपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के उनके संकल्प को दर्शाता है।