छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्वाइन फ्लू से इलाज के दौरान 33 साल की युवती की मौत हो गई। यहां स्वाइन फ्लू के दो और नए मरीजों का भी पता चला है। ताजा केस सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। गौरतलब है कि राज्य में अब तक स्वाइन फ्लू के 12 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। इसमें से दो मरीज बिलासपुर शहर के ही हैं। अब तक स्वाइन फ्लू के 96 सकारात्मक केस सामने आ चुके हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि हम लोग ये पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि अब तक कितने लोग स्वाइन फ्लू से संक्रमित हैं। हमारे पास जांच के दायरे को बढ़ाने के लिए पर्याप्त उपकरण हैं। अगर कोई भी अप्रिय स्थिति पैदा होती है, तो उससे निपटने के लिए हमारे चिकित्सकों की पूरी टीम तैयार है।
छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जिससे आम लोग डरे हुए हैं। वहीं, प्रशासन की ओर से स्वाइन फ्लू पर अंकुश लगाने को लेकर पूरी रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। जिसे जल्द ही जमीन पर उतारा जाएगा। इस बारे में बात करते हुए जायसवाल ने कहा कि जिस तरह से छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का कहर देखने को मिल रहा है, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है और स्थिति को काबू करने के प्रयास में जुटी है। केंद्र सरकार के दिशानिर्देश का व्यापक स्तर पर पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक स्वाइन फ्लू की जद में आकर 12 से अधिक लोगों के मौत हो चुकी है, जिसे लेकर आम लोगों में डर का माहौल भी देखने को मिल रहा है।
मंत्री ने लोगों से स्वाइन फ्लू का लक्षण दिखने पर फौरन जांच करवाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमने स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाए हैं, ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके। अगर कहीं स्थिति बेकाबू होती है, तो इसके लिए टास्क फोर्स भी गठित किया गया है।