खतरनाकः अब बंदर लगवाएंगे भारत में लॉकडाउन? Monkey Pox से अभी हो जाइए सावधान!

Monkeypox: क्या एक बार फिर से देश में लॉकडाउन लग जाएगा. जी हां कोरोना के बाद अब फिर मंकी पॉक्स ने दस्तक दे दी है. पूरी दुनिया में तहलका मचा रहा है. मंकी पॉक्स इसके मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. जिसकी वजह से लोगों में करोना जैसा खौफ फिर से शुरू हो गया है. कोरोना ने ना जाने कितनी जानें ले ली. देश में लॉकडाउन भी लगा. इस दौरान देश को भारी नुकसान हुआ और अब मंकी पॉक्स ने दस्तक दे दी है. डब्ल्यूएचओ ने मंकी पॉक्स के खतरों को देखते हुए ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी भी घोषित कर चुका है. साल 2022 से अब तक भारत में मंकी पॉक्स की कुल 30 मामले सामने आए हैं.

दुनिया भर के 116 देशों में मंकी पॉक्स के 9916 मामले

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 2022 से अब तक दुनिया भर के 116 देशों में मंकी पॉक्स के 9916 मामले सामने आ चुके हैं और 208 लोगों की मौत हो चुकी है. मंकी पॉक्स वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड 6 से 13 दिन तक का होता है. कई बार 5 से 21 दिन तक का भी हो सकता है. इनक्यूबेशन पीरियड का मतलब यह होता है कि संक्रमित होने के बाद लक्षण दिखने में कितने दिन लग सकते हैं. संक्रमित होने के पांच दिन के भीतर बुखार तेज सिर दर्द सूजन पीठ दर्द मांसपेशियों में दर्द और थकान जैसे लक्षण दिखते हैं. मंकी पॉक्स शुरुआत में चिकन पॉक्स खसरा या चेचक जैसा दिखता है. बुखार होने के एक से तीन दिन बाद त्वचा पर इसका असर दिखना शुरू हो जाता है. शरीर पर दाने निकल आते हैं. हाथ पैर हथेलियों पैरों के तलवों और चेहरे पर छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं. यह दाने घाव जैसे दिखते हैं और खुद सूख कर गिर जाते हैं.

मंकी पॉक्स फैलता कैसे है

सवाल यह है कि मंकी पॉक्स फैलता कैसे है तो आपको बता दें कि जानवरों से संक्रमित व्यक्ति से सेक्स करने से यह बीमारी फैल सकती है. जानवरों से किसी संक्रमित जानवर के खून उसके शरीर का पसीना या कोई और तरल पदार्थ या उसके घावों के सीधे संपर्क में आने से फैलता है. अफ्रीका में गिलहरियों और चूहों के भी मंकी पॉक्स से संक्रमित होने के सबूत मिले हैं. अधपका मांस या संक्रमित जानवर के दूसरे पशु उत्पादन के सेवक से भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. वहीं वायरस से ग्रसित व्यक्ति से भी आपको यह वायरस हो सकता है. जी हां उसके संपर्क में आने से संक्रमण फैल सकता है. इतना ही नहीं प्लेसेंटा के जरिए मां से भ्रूण यानी जन्मजात मंकी पॉक्स भी हो सकता है. वहीं यौन संबंध बनाने से भी फैल सकता है. मंकी पॉक्स समलगिंग और बायसेक्सुअल लोगों को इससे संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है.

दुनिया भर में तेजी से फैल रहे मंकी पॉक्स के मामले

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हाल ही में जिन देशों में मंकी पॉक्स से मामले सामने आए हैं, उसमें से कईयों में संक्रमण यौन संबंध बनाने से फैला है. जिस तेजी से अब दुनिया भर में मंकी पॉक्स के मामले बढ़ते जा रहे हैं. उससे लग रहा है कि क्या यह वायरस भी करोना की तरह फैल सकता है.