रायगढ़। छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने आज वर्चुअल मीटिंग कर अवैध आर्म्स, मादक पदार्थों, और पशु तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए महत्वपूर्ण रणनीतियों पर चर्चा की। इस बैठक में रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़) और झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, बरगढ़ (ओडिशा) के पुलिस अधीक्षक शामिल हुए।
मीटिंग का मुख्य एजेंडा दोनों राज्यों में अवैध तस्करी के मूल स्रोतों का पता लगाना और उन पर इंड-टू-इंड प्रभावी कार्रवाई करना था। बैठक में यह सहमति बनी कि मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए दोनों राज्यों के थानों के बीच गोपनीय जानकारी साझा की जाएगी। तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने और बड़े तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने पर भी विशेष जोर दिया गया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में नियमित गश्त, वाहन चेकिंग, और मुखबिर तंत्र को मजबूत किया जाएगा। इसके साथ ही, संदिग्ध निर्माण और भंडारण स्थानों पर छापेमारी और तलाशी अभियान तेज किए जाएंगे। अधिकारियों ने समय-समय पर अंतरराज्यीय बॉर्डर मीटिंग आयोजित करने और इस संबंध में रणनीति तैयार कर उसे लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस वर्चुअल बैठक में एसपी रायगढ़ श्री दिव्यांग कुमार पटेल, एसपी सुंदरगढ़ श्री मुकेश कुमार, एसपी बरगढ़ श्री प्रहलाद सहाय मीना, एसपी झारसुगुड़ा श्री परमार स्मिथ, एसपी सारंगढ़-बिलाईगढ़ श्री पुष्कर शर्मा के साथ संबंधित जिलों के एसडीओपी और थाना प्रभारी भी शामिल हुए।