रायगढ़। शनिवार सुबह तेज गति से जा रही दो ट्रकों में जोरदार टक्कर हो गई, जिससे एक ट्रक के खलासी को गंभीर चोट लगने से मौत हो गई तो वहीं दूसरे ट्रक का चालक घायल हो गया है। जिसका उपचार जारी है।
उल्लेखनीय है कि हादसों की डगर कहे जाने वाले एनएच-49 में हर दिन छोटी-बड़ी हादसे होते रहते हैं। जिसमें किसी की मौत हो जा रही है तो कोई महिनों तक अस्पताल के बेड पर पड़े-पड़े दम तोड़ दे रहा है।
ऐसे में शनिवार को सुबह भूपदेवपुर थाना क्षेत्र के एनएच-49 में नावापारा के पास रायगढ़ की ओर से जा रही ट्रक क्रमांक ओडी-01 ई-9746 और बिलासपुर की ओर से आ रही ट्रक क्रमांक ओआर-19 एफ-7072 दोनों की गति काफी तेज होने के कारण दोनों गाड़ी अनियंत्रित होकर एक दूसरे से सामने से टकरा गई। इस हादसे में ट्रक क्रमांक ओडी-01 ई9746 के खलासी के साईड में टक्कर मारा तो उसमे सवार खलासी अजीत यादव पिता प्रकाश (18 वर्ष) निवासी र्कीतनियाडीह झारखंड हाल-मुकाम बेलपहाड़ को गंभीर चोट लगी थी।
वहीं दूसरे ट्रक के चालक को भी चोट आई है। ऐसे में घटना की जानकारी मिलते ही डायल 112 से दोनों घायलों को उपचार के लिए रायगढ़ के निजी अस्पताल लाया गया, जहां अजीत यादव की गंभीर स्थिति को देखते हुए डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर उसे तत्काल जिला अस्पताल रेफर कर दिया। ऐसे में अस्पताल पहुंचने के के कुछ ही देर बाद अजीत की मौत हो गई। जिससे अस्पताल से भेजी गई तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दिया और उनके आने के बाद शून्य में मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनो को सौंप दिया है। साथ ही मर्ग डायरी भूपदेवपुर थाना भेजने की तैयारी चल रही है।
इस संबंध में पुलिस की मानें तो सुबह के समय रोड खाली होने के कारण दोनों ट्रक चालक तेज गति से वाहन चलाते हुए जा रहे थे। इस दौरान नावापारा के पास पहुंचे तो दोनों चालक अपने वाहन से नियंत्रण खो दिया, जिसके चलते यह हादसा हुआ है। साथ ही दोनों वाहनों के सामने का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कारण हेल्फर गाड़ी में ही फंस गया था, जिससे गंभीर चोट लगने के कारण मौत हुई है।
एक दिन पहले ही ब्लैक स्पाट की हुई थी जांच
उल्लेखनीय है कि एनएच-49 में लगातार हो रहे हादसे को देखते हुए एसपी ने शुक्रवार को इस मार्ग के ब्लैक स्पाट का निरीक्षण किए, जिससे इस मार्ग में कई जगह ब्लैक स्पाट पाया गया है। जिससे एसपी ने हादसों में कमी लाने के लिए यातायात पुलिस को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि ब्रेकर या अन्य माध्यमों से हादसों में कमी लाना है, ऐसे में अब कब तक इन निर्देशों का पालन होता है यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा।