खरसिया। नगर प्रशासन द्वारा सुबह शाम गीले और सूखे कचरे को इकट्ठा करने के लिए ई-रिक्शा प्रत्येक गली मोहल्ले में पहुंचता है। बावजूद नगर वासियों द्वारा दूषित खाद्यान्न को सड़क पर फेंक दिया जाता है और उसे खाकर भूखे प्यासे गौवंश फूड प्वाइजनिंग के चलते अकाल मौत का शिकार हो रही हैं। तीन दिनों में ही करीब 10 गौवंश इस दूषित खाद्य पदार्थों के चलते मौत की आगोश में समा चुकी हैं।
गौसेवा संगठन के प्रमुख राकेश केशरवानी ने बताया कि मुझे हर रोज दो से चार फोन आते हैं कि फलां जगह गौवंश मृत पड़ी हुई है और उसका अंतिम संस्कार करना है। वहीं ऐसी भी स्थिति भी होती होगी कि केशरवानी को फोन ना आए और नगर प्रशासन के द्वारा ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाता हो। ऐसे में खरसिया निवासियों से गौ सेवक राकेश केशरवानी ने अपील की है कि वह अपना दूषित खाद्यान्न सड़क पर ना फेकें, ताकि निरीह गौवंश अकाल मौत का शिकार होने से बच सके।
उल्लेखनीय होगा कि पिछले तीन दिनों में ही टीआईटी कॉलोनी, गोपाल राइस मिल परिसर, अंजोरीपाली, रायगढ़ चौक, हमालपारा, तहसील ऑफिस और राठौर चौक से गायों की मृत्यु होने की खबर आई थी। वहीं यह सभी फूड प्वाइजनिंग की वजह से मौत का शिकार हुई थीं। ऐसे में नगर वासियों से अपील है कि वह खाने-पीने का सामान, जो खराब हो चुका है उसे सड़कों पर ना फेंक कर नगर पालिका की कचरा गाड़ियों में ही डालें।