क्या बीजेपी ज्वाइन करेंगी राधिका खेड़ा? BJP ने कहा- कांग्रेसियों ने किया उनका अपमान इसलिए वह भाजपा की ओर…

ऐप पर पढ़ें

छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा और प्रदेश संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला के बीच विवाद और कांग्रेस नेताओं पर अभद्रता के आरोप के बाद रविवार को राधिका खेड़ा में इस्तीफा दे दिया है। उनके इस इस्तीफा के बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की उनकी चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता विधायक अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए जमकर हमला बोला है। इस पूरे मामले को लेकर अजय चंद्राकर ने कहा कि राधिका खेड़ा को कांग्रेस से न्याय नहीं मिल पाया, कांग्रेसियों ने उन्हें अपमानित किया और इसी अपमान के बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है। अजय चंद्राकर ने कहा कि उनके अपमान से छत्तीसगढ़ का सर शर्म से झुक गया है। साथ ही चंद्राकर ने कहा कि दोषियों के खिलाफ जो कार्रवाई होनी चाहिए थी वह नहीं हुई, इसीलिए कांग्रेसियों के इस अपमान के बाद वह भाजपा की ओर आ रही है। 

राधिका खेड़ा का बीजेपी में स्वागत- भाजपा

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि राधिका खेड़ा ने इस्तीफा देने पर यह साफ कहा है कि कांग्रेस से उन्हें न्याय नहीं मिला वह अपमानित हुई है। अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि यह पूरा घटनाक्रम कोई प्री प्लान नहीं है, क्या अपमान प्री प्लान होता है क्या झगड़ा प्री प्लान होता है। चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेसियों ने उनका अपमान किया है यही वजह है कि वह अब बीजेपी में शामिल होने जा रही हैं। चंद्राकर ने कहा कि हर राष्ट्रवादी का भारतीय जनता पार्टी में स्वागत है। जो राष्ट्र को प्रेम करता है उसका भाजपा में स्वागत किया जाता है। 

कांग्रेस बोली करना था‌ फैसले का इंतजार

वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने राधिका खेड़ा के इस्तीफा को लेकर कहा कि इस मामले में सभी लोगों से चर्चा हुई थी। एक रिपोर्ट बनाकर एआईसीसी को भेज दिया गया था और पार्टी इस विषय पर जांच कर रही थी। उन्होंने कहा कि राधिका खेड़ा को पार्टी के निर्णय का इंतजार करना चाहिए था। दीपक भेज ने कहा कि एआईसीसी अभी भी जो निर्णय लेगा, उसके अनुसार जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ उन्होंने राधिका खेड़ा के राम मंदिर जाने के सवाल पर कहा कि रामलला के दर्शन करने कोई भी जा सकता है। इसे किसी जाति धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।