शादी के दो दिन बाद पत्नी ने तलाक लेने के लिए पति को बताया शारीरिक कमजोर, कोर्ट ने दिया फिट करार

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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक महिला ने अपने ही पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसे शारीरिक और मानसिक तौर पर कमजोर बताया था। ऐसा कहते हुए पत्नी ने थान और कोर्ट में विवाह विच्छेद के लिए आवेदन दिया था। अब इस मामले में पति ने महिला के खिलाफ शिकायत करते हुए अपनी मेडिकल रिपोर्ट पेश कर दी है। इस मेडिकल रिपोर्ट में युवक को पूरी तरह से फिट बताया गया है। साथ ही पति ने महिला पर धोखाधड़ी करने की बात कही है। 

जानें क्या है पूरा मामला

यह मामला रायपुर के टिकरापारा थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। टिकरापारा में रहने वाले युवक का विवाह युवती के साथ हुआ था, विवाह के दो दिनों बाद युवती ससुराल छोड़कर मायके चली गई थी। जहां उसने अपने परिजनों को पति की मानसिक और शारीरिक स्थिति के बारे में बताया था। इसके बाद उसके परिजनों ने इस मामले की शिकायत बलौदाबजार थाने में करने के अलावा कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी लगाई थी। तलाक की अर्जी और पति के खिलाफ आरोप के बाद पति और उसके परिवार वालों  को थाने और कोर्ट से बुलावा आया। कोर्ट के नोटिस के बाद घर वाले हैरान हो गए। जिसे बाद युवक ने युवती के बारे में जानकारी निकाली। बाद में युवक ने युवकी के परिवार के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर कर स्वयं का मेडिकल टेस्ट करवाने का आवेदन दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद उसका मेडिकल टेस्ट मनोरोग विशेषज्ञ और एमबीबीएस चिकित्सक से कराया गया। जिसके बाद मेडिकल टेस्ट में उसे मानसिक और शारीरिक रूप से शारीरिक संबंध बनाने में सक्षम और दांपत्य जीवन निर्वहन के योग्य बताया गया है।

युवती का पहले हो चुका था प्रेम विवाह

जब युवक ने अपनी पत्नी के बारे में पता किया तो उसे पता चला कि युवती ने उसके साथ दूसरी शादी की है। युवक की जानकारी के मुताबिक उसकी पत्नी का एक बार पहले ही प्रेम विवाह हो चुका था। बाद में युवती ने परिवार के दबाव में आकर उस शादी को तोड़ते हुए दूसरा विवाह सामाजिक रीति रिवाज से किया था। युवक के अनुसार युवती के परिवार के लोगों ने उसकी पहली शादी की बात को छुपाते हुए उसकी शादी करवाई थी। 

पुलिस ने कहा…

मामले में रायपुर के टिकरापारा थाना के प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि युवक ने थाने में अपनी पत्नी और उसके परिवार वालों के खिलाफ शिकायत की थी। साथ ही युवक के द्वारा कोर्ट में परिवाद दायर करते हुए खुद का मेडिकल कराने की बात कही गई थी। जिसके बाद कोर्ट के आदेश के बाद युवक का मानसिक और शारीरिक टेस्ट करवाया गया। इस टेस्ट में उसे क्वालिफाइड डॉक्टर द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ एवं फिट बताया गया है।