छत्तीसगढ़ में खानपान का एक अलग ही रवैया है, वहीँ यहां के निवासी भाजी सबसे ज्यादा खाते हैं. छत्तीसगढ़ में 36 प्रकार से भी अधिक प्रकार की भाजियां पाई जाती है. आमतौर पर अपने खानपान में यहाँ के लोग गर्मी के मौसम में बोहार भाजी को शामिल करते हैं। इस भाजी को भाजियों का राजा कहा जा सकता है, क्योंकि कीमत की बात करें तो छत्तीसगढ़िया भाजियों में सबसे महंगी होती है बोहार भाजी। फ़िलहाल बोहार भाजी करीब 200-250 रुपये किलो तक की कीमत में बिकती है।
मार्च-अप्रेल माह में बाजार में
बोहार भाजी(Bohar Bhaji) हर साल मार्च-अप्रेल माह में ही बाजार में पहुंचती है। इस वजह से लोग इस भाजी के लिए कोई भी कीमत चुकाने के लिए तैयार रहते हैं। वैसे, आमतौर पर भाजी की फसल पौधो के रूप में होती है, मगर बोहार भाजी, बोहार के उंचे पेड़ पर पाई जाती है।
यह भाजी(Bohar Bhaji) बोहार की कलियां और कोमल पत्ते होते है। ये महज कुछ ही दिनो में फूल बन जाते हैं। इन्हें फूल बनने से पहले ही तोड़ना होता है। केवल तब ही इसे खाया जा सकता है।
आइये जानते है तो फिर बोहर भाजी बनाने की विधि
सामग्री
250 ग्राम बोहर भाजी
2-3 प्याज (दाल डालकर भी बना सकते हैं)
आवश्यकतानुसार दही (आम खट्टा या टमाटर)
1-2 हरी मिर्च।
बघार के लिए
2-3 चम्मच सरसों
3-4 सूखा मिर्च
3-4 लहसुन
स्वादानुसार नमक
कुकिंग निर्देश
1. सबसे पहले बोहर भाजी को छlठ लें और बोहर भाजी को धो कर थोड़ा सा पानी निथरने के लिए रख दें, कढ़ाई को गैस में चढ़ाएं और पानी डालें पानी को गर्म होने दे, पानी गर्म होने के बाद दही टमाटर या आम खट्टा या फिर इमली लेकर पानी में डाल दें|इसी में नमक डाल दें नमक अगर बाद में डालेंगे तो बहार भाजी में अंदर जाकर नहीं पकेगा बाद में भी डाल सकते हैं।
2. जब उस में उबाल आने लगे तो बाहर प्याज़ या दाल को डाल दें उसके बाद बहार भाजी को डाले। बोहार भाजी जब उबल के पक जाए पूरा पानी सूख जाए उसके बाद उसे उतार दें ।
3. हमारा बहार भाजी अब तड़का देने के लिए तैयार है सबसे पहले कढ़ाई लेकर आई को गर्म करें कढ़ाई गर्म हो जाने के बाद उसमें थोड़ा सा तेल डालें तेल गर्म होने दे उसके बाद सरसों डाले सरसों को तड़कने दे सरसों तड़पने के बाद लहसुन मिर्ची डाल दे। जब सब सुनहरा होने लगे तो बहार भाजी जो अलग रखे हैं उसमें च्छोंक लगा दे, तड़का लगने के बाद थोड़ा सा ढक दें ताकि वह तड़का में पूरा मिल जाए। अभी हमारा सब्जी तैयार है इसे सर्व करें।