- खुद को क्राईम ब्रांच मुंबई का बताने वाले जालसाज ने ताईवान में पार्सल तस्करी का केस बनाने का दिया झांसा
रायगढ़, 19 मार्च। भारत सरकार की नवरत्न कंपनियों में एक सेंट्रल गवर्नमेन्ट की ईआईएल कंपनी के रिटायर्ड ईडी को 12.36 लाख का ऑनलाइन चूना लगा है। दरअसल, खुद को क्राईम ब्रांच मुंबई का बताने वाले शातिर ने बुजुर्ग को महाराष्ट्र से संदिग्ध पार्सल को ताईवान तस्करी केस में फंसाने का झांसा देते हुए हाईटेक वारदात को अंजाम दिया। कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ चार सौ बीसी का मुकदमा पंजीबद्ध किया है। सूत्रों के मुताबिक शहर के वार्ड क्रमांक 18 में गुजराती पारा स्थित साई शरण अपार्टमेंट में रहने वाले अरविंद कुंडू आत्मज केजी कुंडू (63 साल) सेंट्रल गवर्नमेंट की ईआईएल यानी इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड कंपनी के रिटायर्ड एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं।
विगत 16 मार्च को अरविंद के पास अजनबी नंबर से फोन करने वाली श्रुतिका रवीश ने स्वयं को फेडेक्स कुरियर कंपनी मुंबई की कर्मचारी कहते हुए सूचना दी कि उनके आधार कार्ड का उपयोग कर माल मुंबई से ताईवान भेजा जा रहा है। अगर आप पार्सल नहीं भेज रहे हो तो तत्काल मुंबई पुलिस को खबर करें।
बुजुर्ग माजरे को कुछ समझ पाते इसके कुछ देर में एक नए नंबर से व्हाट्सएप कोल करने वाले ने खुद को क्राईम ब्रांच मुंबई का अफसर बताते हुए कहा कि आपके खिलाफ संदिग्ध सामान की तस्करी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज करते हुए आपके बैंक एकाउंट को भी सीज किया जा रहा है। यही नहीं, कथित क्राईम ब्रांच के अधिकारी ने अरविंद से यह भी कहा कि अगर वे केस से बचना चाहते हैं तो पंजाब नेशनल बैंक के एक खाते में रकम जमा करो।
बिना कुछ पार्सल भेजे तस्करी मामले में कानूनी पचड़े में फंसने की चेतावनी मिलते ही सहमे बुजुर्ग ने फांदेबाज के कहे अनुसार अपने एचडीएफसी बैंक खाते से 8 लाख 51 हजार 97 और आईसीआईसीआई बैंक एकाउंट से 3 लाख 85 हजार 144 रुपये ट्रांजेक्शन किया। इस तरह कुल 12 लाख 36 हजार 241 रुपए ऑनलाईन भेजने के बाद किसी प्रकार का फोन नहीं आने पर अरविंद कुंडू को धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उन्होंने अब सिटी कोतवाली जाकर आपबीती बताई। महारत्न कंपनी के रिटायर्ड ईडी की फरियाद पर कोतवाली पुलिस भादंवि की धारा 420 के तहत अज्ञात ठगराज के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण कायम करते हुए सायबर सेल की सहायता ले रही है।