- आरोपिया अपनी बड़ी बहन के साथ बहन की ननद के हत्या की साजिश में थी शामिल
- घरघोड़ा पुलिस ने साजिशकर्ता महिला समेत 4 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर भेजी है जेल
रायगढ़। घरघोड़ा पुलिस ने हत्या के प्रयास मामले में फरार चल रही आरोपियों को आज तमनार क्षेत्र में देखे जाने की सूचना पर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। घटना के बाद से आरोपिया बैंगलौर में लुक छिप कर रह रही थी। आज जब थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक शरद चन्द्रा को आरोपिया दिशा भगत के ग्राम कोसमपाली तमनार में देखे की सूचना मिली तो तत्काल महिला स्टाफ के साथ ग्राम कोसमपाली में दबिश दिया गया और आरोपिया दिशा भगत पिता स्व. दुखराम भगत उम्र 23 वर्ष सा. रूमकेरा, थाना घरघोड़ा, जिला रायगढ़ (छ.ग.) वर्तमान पता – सिटी फेस-1 बैंगलोर (कर्नाटक) को हिरासत में लेकर थाना लाया गया जिससे विधिवत पूछताछ करने पर अपनी बड़ी बहन आरोपिया धनकुंवर तिग्गा के साथ मिलकर धनकुंवर की ननद रमा उरांव की हत्या की साजिश रचने और हत्या को अंजाम देने लड़के तैयार करना स्वीकार की है। आरोपिया से घटना करने में प्रयुक्त एक रियलमी कंपनी का मोबाईल जप्त कर आरोपिया का गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
क्या था मामला
घरघोड़ा के वार्ड क्रमांक 3, उरांवपारा में 21 अगस्त 2023 की सुबह रमा उरांव पिता स्वर्गीय मयाराम उरांव (उम्र 30 वर्ष) पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या की नियत से हमला किया गया था, जिसमें घरघोड़ा पुलिस और रायगढ़ साइबर सेल की संयुक्त टीम ने 72 घंटे के भीतर न मामले का खुलासा कर हमलावर युवकों सहित प्लानिंग करने वाली महिला को गिरफ्तार किया।
पूर्व में गिरफ्तार आरोपिया धनकुंवर तिग्गा ने अपने खुलासे में बताया कि उसका पति रामलाल एसईसीएल कर्मचारी है जिसकी तीन बहने हैं उनमें से बाकी दो की शादी हो चुकी है और रमा बस अविवाहित बची है, शादी होकर आने के कुछ साल बाद से ही इसकी सास रंगवती और इसकी ननद रमा अक्सर खेत मकान और जमीन के बंटवारे को लेकर झगड़ा विवाद करते रहते हैं और इसके घर के ठीक सामने रहते हैं चूंकि रमा की शादी भी नहीं हो रही थी इसलिए एक दिन तंग आकर जब उसने अपनी छोटी बहन दिशा भगत से इस बारे में चर्चा की तो दोनों ने मिलकर रमा को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और दिशा भगत जो बेंगलुरु में रहकर नर्स का काम करती है उसके परिचित रायगढ़ निवासी राजू गुप्ता से संपर्क करवाया जो 3 अगस्त को धनकुंवर तिग्गा से मोबाइल के जरिए संपर्क करके घरघोड़ा मिलने पहुंचा जहां रेकी करवाने और बातचीत के बाद रमा को जान से करने का सौदा ₹1,00,000 में इन लोगों ने तय किया जिनके करीब एक हफ्ते बाद राजू गुप्ता दोबारा जाकर ₹50,000 नगदी एडवांस लेकर गया बाकी रकम कम होने के बाद देने का तय किया गया।
घटना दिनांक की पूर्व रात्रि 20 अगस्त को राजू गुप्ता अपने दो अन्य साथी विकास चक्रवर्ती उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम हमीरपुर थाना तमनार और मनिकेतन सिदार उम्र 25 वर्ष ग्राम गैरबहरी थाना तमनार के साथ मोटरसाइकिल से घरघोड़ा आकर पीड़िता की भाभी दनकौर तिग्गा के पास रुका और मौका देखकर सामने रह रही राम के कमरे में घुसकर उस पर हमला किया गया हमले के दौरान रमा के पलटवार से हड़बड़ा कर हमलावर भाग निकले इसके बाद हड़बड़ा कर धनकुंवर ने भी अपने मोबाइल का सिम निकाल कर तोड़ दिया और उसके बाद हमलावरों को अंडरग्राउंड होने और संपर्क नहीं करने को कहा। आरोपीय धन कुंवर के बयान के आधार पर हमले के लिए रकम लेने वाले और हमले में शामिल राजू गुप्ता, विकास चक्रवर्ती और मिनकेतन सिदार को साइबर सेल के साथ मिलकर अलग-अलग ठिकानों से हिरासत में लेकर घटना में प्रयुक्त हथियार और वाहन भी बरामद किया गया। आज मामले की फरार आरोपिया दिशा को घरघोड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।