रायगढ़ जिला कांग्रेस का ग्रामीण अध्यक्ष कौन बनेगा? नगेंद्र, नैना या आकाश, किसके सिर सजेगा ताज! लांबा की ‘वन-टू-वन’ रिपोर्ट से बढ़ी सियासी हलचल..
रायगढ़। राज्य में सत्ता गंवाने के बाद, कांग्रेस संगठन की प्राथमिक चुनौती ज़मीनी स्तर पर खुद को मज़बूत करना बन गई है, और इसी कड़ी में ज़िला अध्यक्षों का चयन प्रदेश की भावी विपक्षी रणनीति का निर्णायक केंद्र बन चुका है। सियासी गलियारों में यह चर्चा ज़ोर पकड़ चुकी है कि नेतृत्व का चयन इस बार केवल वरिष्ठता पर नहीं, बल्कि संघर्ष की क्षमता, जमीनी पकड़ और सक्रिय कार्यकर्ताओं की पसंद पर होगा, युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, जिसने अनुभवी और युवा नेताओं के बीच सीधी और कड़ी प्रतिस्पर्धा पैदा कर दी है। प्रदेश के सभी जिलों में नए अध्यक्षों का चयन होना है। नेतृत्व चयन की इस कड़ी में, एआईसीसी के पर्यवेक्षक सीताराम लांबा रायगढ़ में डटे हुए हैं। वह नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ गहन 'वन-टू-वन' रायशुमारी कर रहे हैं, और ब्लॉक स्तर पर जाकर सीधे ज़मीनी फीडबैक ले रहे हैं, ताकि गुटबाजी से परे एक मजबूत ग्रामीण अध्यक...










