शारदा एनर्जी कंपनी गेट पर ठेका को लेकर बवाल! मैनेजर को जान से मारने की धमकी, 3 नामजद सहित कई पर FIR

रायगढ़, 15 नवंबर। रायगढ़ जिले के खरसिया क्षेत्र के ग्राम बिंजकोट-दर्रामुड़ा में स्थित शारदा एनर्जी कंपनी के गेट के सामने गुरुवार (13.11.2025) शाम उस समय जमकर बवाल हो गया, जब कथित तौर पर ठेकेदारी को लेकर हुए विवाद में स्थानीय युवकों ने कंपनी में कार्यरत एक मैनेजर की बेरहमी से पिटाई कर दी। मैनेजर पर बाहर के लोगों को ठेका देने और गांव वालों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए आरोपियों ने न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। भूपदेवपुर थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 के तहत गंभीर धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के मुताबिक, विनोद शंकपाल अंबुले (उम्र 36 वर्ष), जो वर्तमान में शारदा एनर्जी कंपनी, बिंजकोट-दर्रामुड़ा में “थेजो इंजीनियरिंग लिमि.” में आरएम (RM) के पद पर कार्यरत हैं, 13 नवंबर की शाम करीब 6.30 बजे काम खत्म कर अपने घर जा रहे थे। जैसे ही वह कंपनी गेट के सामने पहुंचे, ग्राम बिंजकोट के मुकेश पटेल, श्याम कुमार सिदार और यशवंत डनसेना सहित उनके कुछ अन्य साथियों ने उन्हें घेर लिया। आरोपियों ने विनोद शंकपाल अंबुले से कहा, “बाहर के लोगों को ठेका दिए हो, हम गांव वालों को ठेका नहीं देते हो!” इस बात को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि सभी आरोपी एकजुट हो गए और मैनेजर के साथ मां-बहन की गंदी-गंदी गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे। इसके बाद उन्होंने मैनेजर पर हाथ मुक्का और लात घूसा से हमला कर दिया।

मैनेजर को गंभीर चोटें

इस हमले में मैनेजर विनोद शंकपाल अंबुले को सिर के पीछे, बांये पैर, दाहिना हाथ और कान के पास चोटें आई हैं। घटना के दौरान उनके साथी हेमंत बरेठ, जानकी राव और मनोज शर्मा सहित अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया।

BNS की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज

पीड़ित विनोद शंकपाल अंबुले ने अगले दिन, 14 नवंबर को भूपदेवपुर थाना पहुंचकर पूरी घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। प्रार्थी की रिपोर्ट पर भूपदेवपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 अधिनियम की धारा 351(3) (आपराधिक धमकी – मृत्यु या गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी), 115(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), और 3(5) (हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।

पुलिस अब नामजद आरोपियों और उनके अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है। इस घटना ने एक बार फिर स्थानीय लोगों और कंपनी के बीच ठेकेदारी को लेकर चल रहे तनाव को उजागर कर दिया है। पुलिस का कहना है कि वे मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।