
रायगढ़। गुरुवार को खरसिया के दर्रामुड़ा स्थित सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स (एसकेएस पावर) में इंक्रीमेंट को लेकर हंगामा हो गया। स्थानीय कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि प्लांट प्रबंधन इसमें भेदभाव कर रहा है। भाजपा और कांग्रेस के कुछ लोकल नेता भी पहुंच गए। भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य पति ने तो अपनी गाड़ी ही प्लांट गेट पर अड़ा दी। कई घंटे तक प्लांट गेट के बाहर रोड पर भारी वाहनों की कतार लगी रही।
उद्योगों में रोजगार को लेकर हंगामा होना स्वाभाविक है। लेकिन कार्यरत कर्मचारियों ने इंक्रीमेंट को लेकर बवाल किया है। खरसिया के दर्रामुड़ा में सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स का प्लांट है। पूर्व में यह प्लांट एसकेएस पावर के नाम से जाना जाता था। गुरुवार को कर्मचारियों के दो गुटों ने हंगामा कर दिया। एक गुट ने आरोप लगाया कि कंपनी ने इंक्रीमेंट देने में भेदभाव किया है। इस वजह से अचछा काम कर रहे कर्मचारियों के साथ अन्याय हुआ। वहीं दूसरे पक्ष ने भी इसी तरह का आरोप लगाया। दोनों गुटों के अलग-अलग विषय थे।
इसी बात को लेकर भाजपा और कांग्रेस के स्थानीय नेता भी प्लांट पहुंच गए। भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य पति छोटेलाल पटेल ने तो प्लांट के गेट पर अपनी गाड़ी अड़ा दी। इस वजह से वहां जाम लग गया। रोड पर कई किमी तक भारी वाहनों की कतार लग गई। एसडीएम प्रवीण तिवारी की गाड़ी भी बड़ी मुश्किल से प्लांट तक पहुंच सकी। इसके बाद मामला सुलझाने के लिए दोनों गुटों और प्लांट प्रबंधन के बीच चर्चा हुई। बैठक में एसडीएम ने कहा कि इंक्रीमेंट तो परफॉरमेंस के आधार पर होना चाहिए। कर्मचारियों के वेतन वृद्धि में पारदर्शिता बरतने की सलाह प्रबंधन को दी गई।
फ्लाईएश का ठेका भी बड़ी वजह
रायगढ़ जिले में फ्लाईएश परिवहन भी कारोबार का रूप ले चुका है। दोनों पार्टियों के लोगों के बीच फ्लाई एश ठेका पाने के लिए टकराव सामान्य सी बात है। खरसिया में सारडा एनर्जी से भारी मात्रा में एश सक्ती जिला में डंप किया जाता है। इसका ठेका भी अब गतिरोध का कारण बन रहा है। करोड़ों के इस काम को दोनों पार्टियों के नेता हासिल करना चाहते हैं।
क्या कहते हैं प्रवीण
सारडा एनर्जी में विवाद की सूचना मिली थी। गेट पर एक गाड़ी खड़ी कर दी गई थी जिसके कारण जाम लग गया। बैठक करके विवाद का निपटारा कराया गया।
– प्रवीण तिवारी, एसडीएम खरसिया



Shource : केलो प्रवाह

