
- वोट अधिकार यात्रा को मिले जन समर्थन से बौखलाई भाजपा
रायगढ़। भाजपा झूठ फैलाने में माहिर है झूठा वादा और वोट चोरी करके सत्ता में आई डबल इंजन की सरकार के प्रति पूरे देश में आक्रोश है। भाजपा नेताओं का अशोक चक्र के अपमान की झूठी हवा फैलाने से डबल इंजन के सरकार के प्रति आम जनता का आक्रोश कम नहीं होगा। रायगढ़ सहित पूरे छत्तीसगढ़ की जनता इन्हें पहचान चुकी है और इनका झूठ का मुखौटा उतर चुका है। लोग सड़कों पर आकर भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हैं। जो लोग 52 साल तक तिरंगे का अपमान करते रहे वे लोग कांग्रेस आम जनता को देशभक्ति का पाठ न पढ़ाए यह वक्तव्य जिला कांग्रेस कमेटी रायगढ़ के प्रवक्ता दीपक मंडल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है। उन्होंने भाजपा के आरोपों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा के जो नेता अशोक चक्र के अपमान की बात कर रहे हैं उन्हें यह मालूम ही नहीं है कि अशोक चक्र का रंग क्या है और उसमें कितने तीलियां होती हैं।
दरअसल रायगढ़ में आयोजित हुए वोटर अधिकार यात्रा में अपार भीड़ ने उनके पैरों तले से राजनीतिक जमीन खिसका दिया है, रायगढ़ क्षेत्र के लोगों ने यह बता दिया है कि 2028 के चुनाव में भाजपा छत्तीसगढ़ से पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। इसीलिए भाजपा के नेता अपनी राजनीतिक जमीन बचाने के लिए अनर्गल काल्पनिक और झूठा आरोप लगाकर अपने आकाओं को खुश करना चाह रही है। वोट अधिकार यात्रा का लोगो एक सरलीकरण चक्र के साथ स्याही वाले हाथ का प्रतीक है जो मतदाता जागरूकता और लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। वास्तव में अशोक चक्र और पोस्टर पर बने चिन्ह में कोई समानता नहीं है। अशोक चक्र गहरे नीले रंग का होता है, जिसमें 24 तीलियां होती हैं और यह सारनाथ स्थित अशोक स्तंभ के धर्मचक्र पर आधारित है। भारतीय ध्वज की सफेद पट्टी के बीच निर्धारित व्यास में गहरे नीले रंग में अंकित होता है और इसमें किसी भी प्रकार की मानव आकृति या उंगली का चित्रण नहीं होता। दूसरी ओर, कांग्रेस की “वोट अधिकार यात्रा” के पोस्टर में तर्जनी उंगली दिखाई गई है जिस पर चुनावी स्याही लगी हुई है। इस उंगली को एक आसमानी रंग के गोल घेरे के बीच दर्शाया गया है। इस चिन्ह का उद्देश्य केवल मतदान अधिकार का संदेश देना है। स्पष्ट है कि जीप के बोनट पर लगे पोस्टर को किसी भी स्थिति में अशोक चक्र नहीं कहा जा सकता। इसमें न तो राष्ट्रीय प्रतीक का कोई प्रयोग हुआ है और न ही उसका अपमान किया गया है। इसलिए जीप पर लगे पोस्टर को अशोक चक्र बताना तथ्यात्मक रूप से गलत है और इसे राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान कहना केवल बेबुनियाद और भ्रामक तथा राजनीतिक दावा है।
तिरंगे और राष्ट्र चिन्ह का अपमान करना भाजपा का चरित्र
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता दीपक मंडल ने भाजपा पर ही गंभीर आरोप लगा दिए हैं। उनका कहना है कि तिरंगे और राष्ट्रीय चिन्ह का अपमान करना भाजपा का चरित्र है इसलिए भाजपा के लोग राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र जैसे संवेदनशील विषय पर बिना जानकारी और तथ्यों के केवल राजनीतिक स्वार्थ और द्वेषपूर्ण आरोप प्रत्यारोप लगाकर राष्ट्रीय चिन्ह का अपमान कर रहे हैं। जबकि इनके पार्टी के महामानव देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही तिरंगा से चेहरा पोंछ कर तिरंगे का अपमान कर चुके हैं, हाल ही में उनके पार्टी की दिल्ली सांसद बांसुरी स्वराज एक कार्यक्रम में राष्ट्रगान का अपमान करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।


