CG में परिवार को छोड़ महिला ने किया धर्मांतरण; पति SDM से बोला-पास्टर पर FIR करो, पत्नी को वापस लाओ

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला फिर सुर्खियों में हैं। कांकेर जिले में एक महिला का धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपनाने से नाराज पति समेत समाज के लोग मंगलवार को एसडीएम दफ्तर पहुंचे। SDM को मामले की जानकारी देते हुए परेशान पति ने पत्नी को वापस हिंदू धर्म में लाने और पास्टर पर FIR करने की गुहार लगाई। परेशान पति ने बताया कि उसकी पत्नी ने धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपना लिया है और अब वह मुझे (पति) और बेट का त्याग करने को भी तैयार है।

धर्मांतरण का यह पूरा मामला संगम गांव का है। बताया जा रहा है कि महिला को समाज और परिवार के लोगों ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन महिला नहीं मानी और बैठक के बीच अपना मंगलसूत्र और दाम्पत्य जीवन के आवश्यक आभूषण उतारकर चली गई। नाराज पति श्रीवास नाग और समाज के लोगों ने पखांजूर एसडीएम को शिकायत पत्र सौंपते हुए भानुप्रतापपुर के पास्टर के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है। मीडिया को मामले की जानकारी देते हुए परेशान पति श्रीवास रो पड़ा। उन्होंने कहा कि उसकी पत्नी धर्म परिवर्तन कर दूसरे धर्म में जा रही है। काफ़ी समझाने के बाद भी नहीं समझ रही। उसका एक छोटा बेटा भी है, लेकिन वह पुत्र और परिवार का त्याग करने को तैयार है। दूसरा धर्म अपनाने की बात पर विवाद भी हो रहा है।

एक दिन पहले विधानसभा में उठा था धर्मांतरण का मुद्दा

बता दें कि छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने विधानसभा में सोमवार को कहा था कि उनकी सरकार राज्य में अवैध धर्मांतरण रोकने के लिए जल्द ही नया कड़ा कानून बनाएगी। विजय शर्मा ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर द्वारा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से कथित अवैध धर्मांतरण का मुद्दा विधानसभा में उठाए जाने के बाद यह जानकारी दी। अजय चंद्राकर ने इस मुद्दे को उठाते हुए दावा किया कि राज्य में चंगाई सभा की आड़ में भोले-भाले, असहाय, गरीब लोगों को लालच देकर उनका धर्मांतरण किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक कार्य क्षेत्र में काम करने के उद्देश्य से गठित गैर-सरकारी संगठन विदेशों से धन प्राप्त कर रहे हैं और कथित तौर पर इसका इस्तेमाल धर्मांतरण में कर रहे हैं। राज्य में कई ऐसे गैर-सरकारी संगठन हैं, जो धार्मिक आधार पर रजिस्टर्ड हैं और उन्हें विदेशों से भी धन मिल रहा है।