
रायगढ़, 08 मार्च 2025: राजनीति में हार-जीत कोई नई बात नहीं है, लेकिन विरले ही ऐसे क्षण आते हैं जब प्रदेश का कद्दावर नेता अपने विपक्षी पार्टी के प्रतिद्वंद्वी की जीत को खुले दिल से स्वीकार कर उसकी सार्वजनिक रूप से प्रशंसा करता है। रायगढ़ नगर निगम के शपथ ग्रहण समारोह में ऐसा ही एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद एवं पूर्व सभापति सलीम नियारिया की सातवीं जीत को उनके समर्पित नेतृत्व का परिणाम बताया।
ऑडिटोरियम में हुए शपथ ग्रहण समारोह में नव-निर्वाचित महापौर जीवर्धन चौहान सहित सभी 48 वार्डों के पार्षदों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस दौरान वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी का संबोधन खास चर्चा में रहा, लेकिन जो सबसे उल्लेखनीय रहा, वह था उनका सौहार्दपूर्ण रुख। आमतौर पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तल्खी देखने को मिलती है, लेकिन मंत्री चौधरी ने राजनीति की इस परिपाटी को तोड़ते हुए अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस नेता सलीम नियारिया की खुले मन से सराहना की।
अपने उद्बोधन के दौरान ओ.पी. चौधरी ने कहा, “सलीम भैया को हराने के लिए हमने इस बार बहुत कोशिश की, लेकिन यह बहुत बड़ी बात है कि लोग जाति की बात करते हैं, तरह-तरह के विभाजन की बात करते हैं, लेकिन इसके बीच में जब जनता सभी से ऊपर उठकर उसको वोट देती है, तो यह उनके असल समर्पण का परिणाम है।”
वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी का यह वक्तव्य सिर्फ प्रशंसा नहीं, बल्कि राजनीति में शुचिता और सौहार्द्र का एक नया उदाहरण बना। इस दौरान सभागार में उपस्थित लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से इस पहल का स्वागत किया। बहरहाल ओ.पी. चौधरी द्वारा खुले मंच पर सलीम नियारिया का सम्मान किए जाने की शहरभर में सराहना हो रही है। उनके इस कदम ने दिखाया कि राजनीति केवल कटुता तक सीमित नहीं, बल्कि आपसी सम्मान और शुचिता भी इसका अहम हिस्सा है। अपने इस बयान से ओ.पी. चौधरी ने जहां लोगों का दिल जीत लिया, वहीं लोकतांत्रिक मूल्यों को नई ऊंचाई दी, जो भविष्य में सकारात्मक राजनीति की प्रेरणा बनेगी।

