महतारी वंदन योजना से हटे कुछ नाम, सरकार ने बताई वजह: विधानसभा में हंगामा

छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के छठवें दिन काफी हंगामेदार रहा। इस दौरान सदन में महतारी वंदन योजना को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट किया। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इस मसले को लेकर तीखी बहस व नोकझोंक हुई। प्रश्नकाल के दौरान विधायक पटेल ने प्रदेश में महतारी वंदन योजना के तहत पंजीकृत लाभार्थियों का मामला सदन में उठाया। उन्होंने पूछा कि क्या वर्तमान में लाभार्थियों की संख्या में कमी आई है? इस योजना में फर्जी नाम से लाभ लेने का मामला भी आया है? ये कहां-कहां संज्ञान में आया है? क्या इसके लिए सत्यापन का कोई नियम है?

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने इस पर जवाब देते हुए बताया कि 20 फरवरी 2024 तक कुल 70,27,154 महिलाओं ने रिजस्ट्रेशन कराया था। इनमें 69,63,621 को पात्र पाया गया। उन्होंने बताया कि लाभार्थियों की संख्या कमी आई है, लेकिन ऐसा मृत्यु होने, खुद लाभ त्यागने और दो आवेदन के प्रकरण या अपात्र होने के कारण आई है। फर्जी नाम से लाभ प्रात होने का मामला बस्तर जिले से प्रात हुआ है।
पटेल ने इस मामले में आगे पूछा कि आज की स्थिति में कम लोग हैं। आपने जांच कितनी बार कराई और कब-कब कराई है? इस पर जवाब देते हुए मंत्री राजवाड़े ने बताया कि योजना के बारे जो हमने आंकड़ा बताया है इसमें कमी आने का कारण कई लोगों की मृत्यु कई का लाभ त्याग हुआ है। जांच समय-समय पर होती है। डेटा उपलब्ध करा दी जाएगी।
इस पर पटेल ने कहा कि कई अपात्र निकले हैं। एक मामला बस्तर से प्राप्त हुआ इसकी जांच कराई गई है क्या? मंत्री राजवाड़े ने बताया कि बस्तर जिले के एक गांव में फर्जी नाम से पैसा लिया जा रहा था, जिसमें कार्यकर्ता पर कार्रवाई की गई थी। यह विषय जब आया तब विभाग ने निर्देशित किया था। विधायक पटेल ने पूछा आपने जांच कब कराई, इसकी कोई तारीख? समय-समय पर जांच होते रहते हैं। मामला संज्ञान में आने के बाद भी जांच नहीं हो रही।
लाभार्थी के लिए इसकी क्राइटेरिया क्या होनी चाहिए? इस पर राजवाड़े ने जवाब देते हुए कहा कि सबसे पहले लाभार्थी आयकरदाता न हो, वर्ग 123 में शामिल न हो, पात्रता श्रेणी के लिए 21 वर्ष या उससे अधिक उम्र हो, शादीशुदा हो, विधवा भी हो सकती है, लेकिन आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
पटेल ने पूछा कि घोषणा पत्र में केवल आयकर की बात रखी थी, फिर क्राइटेरिया क्यों बताया जा रहा है? राजवाड़े ने जवाब देते हुए कहा कि 2023 के चुनाव में हमने इस योजना एक तहत लाभ देने का वादा किया था जो पहली किस्त में हमने उन्हें उपलब्ध भी कराया। पूर्ववर्ती सरकार में इन्होंने भी यह वादा किया था वो तो दिखा ही नहीं पर हमने कम समय में इस योजना का लाभ पहुंचाया है।
पटेल ने पूछा कि जो महिलाएं 60 साल के ऊपर है और वो लाभार्थी हुईं उन्हें पेंशन मिल रहा है तो क्या उसे काटा जा रहा है या 500 रु दी जा रही है? राजवाड़े ने जवाब देते हुए कहा कि उन्हें अंतर की राशि दी जा रही है। पटेल ने पूछा कि यह तो आप लोग महिलाओं के साथ धोखा कर रहे हैं। जरूरतमंद महिलाओं को पूरा पैसा नहीं दिया जा रहा है। आप स्पष्ट रूप से घोषणा करें कि उनकी 500 की राशि नहीं काटी जाएगी।
राजवाड़े ने जवाब देते हुए कहा कि आपने पांच साल तो विधवा महिलाओं को 1000 रुपए नहीं दे पाए। हम तो अब कई बार किस्त दे पाए हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इस मसले को लेकर तीखी बहस व नोंकझोंक हुई। सत्ता पक्ष के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया।