छत्तीसगढ़ के उद्योग और श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन का महिला प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर समझाइश देने का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि ज्यादा हेकड़ी में रहोगे तो बाहर फेंकवा देंगे।
छत्तीसगढ़ के उद्योग और श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में वह विरोध कर रही महिलाओं से कहते नजर आ रहे हैं कि ज्यादा हेकड़ी में रहोगे तो बाहर फेंकवा देंगे। इस बयान को लेकर सूबे की सियासत तेज हो गई है। कृषि मंत्री रामविचार नेताम और श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन एक कार्यक्रम में शिरकत करने कोरबा जिले के दौरे पर थे। इसी दौरान मंत्रियों को महिलाओं ने घेर लिया था।
कोरबा दौरे के दौरान रास्ते में फ्लोरा मैक्स कंपनी की पीड़ित महिलाओं ने दोनों मंत्रियों का काफिला रोक दिया था। प्रदर्शन कर रही महिलाओं की मांग थी कि बैंक से लिया उनका लोन माफ किया जाए। इसी दौरान मंत्री लखनलाल देवांगन ने पीड़ित महिलाओं को समझाते और घुड़की देते नजर आए। भीड़ में मौजूद किसी ने उनका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। इधर मंत्रियों का काफिला रोकने वाली महिलाओं पर भी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन से महिलाएं लोन माफ करने की मांग कर रही थीं। इस पर मंत्री ने कहा- शांति से बात कर रहे हैं। शासन-प्रशासन इस मामले में सहयोग कर रहा है। ज्यादा हेकड़ी में रहोगे तो बाहर फेंकवा देंगे। मंत्री रामविचार नेताम के समझाने के बाद महिलाओं ने मंत्रियों को जाने दिया। रामविचार ने कहा कि लोन लेने से पहले कंपनी के बारे में पता करना चाहिए। सरकार इस मामले की जांच कर रही है। दोषियों को सजा दी जाएगी।
बता दें कि साल-2022 में फ्लोरा मैक्स कंपनी ने महिला समूह की सदस्यों को बिजनेस के लिए बैंक से लोन दिवलाया था। कंपनी ने महिलाओं से वादा किया था कि लोन की किस्त कंपनी भरेगी। करीब 100 महिलाओं से लोन लिया, लेकिन कंपनी ने किस्त भरना बंद कर दिया। कंपनी के लोग करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए और कंपनी बंद हो गई। अब बैंक लोन की किस्त भरने के लिए नोटिस भेज रहे हैं। महिलाओं की मांग है कि उनके लोन को माफ किया जाए।
वहीं छत्तीसगढ़ के श्रम एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने धमकी देने के आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया है। मंत्री लखनलाल ने कहा कि फ्लोरमैक्स कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने उनके रास्ते को बाधित कर दिया था। इस स्थिति में उन्होंने केवल प्रशासनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया था। मेरा किसी भी महिला से अपशब्द कहने या दुर्व्यवहार का उनका कोई इरादा नहीं था। कुछ लोग इस घटना को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया X पर लिखा- ‘ये लखनलाल देवांगन जी हैं। हमारे प्रदेश के मंत्री जी… लेकिन ये तो बिल्कुल गली के गुंडों की तरह महिलाओं से व्यवहार कर रहे हैं। आप कितने भी बड़े मंत्री हों, आपकी इतनी हिम्मत की महिलाओं को फेंकवा देंगे? वह भी पुलिस बुलाकर? ये है भाजपा की मानसिकता… आरएसएस की शिक्षा… हम आपकी ये गुंडागर्दी चलने नहीं देंगे याद रखना। हाथ भी न लगा देना हमारी बहनों को…’