‘नक्सलियों के IED का पता बताओ, 5 हजार रुपये का इनाम पाओ’, जमीन में दफन बारूद को तलाशने पुलिस का नया अभियान

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने तेजी से अभियान चल रहा है। केंद्र सरकार की मंशा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में माओवादियों के खिलाफ लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर लाया जाए। छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने पुलिस अब आम आदमी की मदद लेने जा रही है।

Sneha Baluni लाइव हिन्दुस्तान, नारायणपुरMon, 13 Jan 2025 12:22 PM
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छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने तेजी से अभियान चल रहा है। केंद्र सरकार की मंशा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में माओवादियों के खिलाफ लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर लाया जाए। छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने पुलिस अब आम आदमी की मदद लेने जा रही है। फोर्स को नुकसान पहुंचाने माओवादियों द्वारा लगाए गए विस्फोटक यानी IED (Improvised Explosive Device) की सूचना देने वालों को 5 हजार रुपये का इनाम मिलेगा। सूचना देने वाले के संबंध में पूरी जानकारी गोपनीय रखी जाएगी।

छत्तीसगढ़ को नक्सली मुक्त करने के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आह्वान के बाद सुरक्षा बल के जवान बीहड़ों में घुसकर नक्सलियों के कैंप को लगातार ध्वस्त कर रहे हैं। हर दिन मुठभेड़ की खबरें भी सामने आ रही हैं। मुठभेड़ में कई हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराने में सफलता भी फोर्स के जवानों को मिल रही है, लेकिन जमीन के अंदर दफन विस्फोटक से जवानों को खतरा है। विस्फोटक से जवानों के साथ आम जनता और वन्यप्राणियों को बचाने नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने इनाम देने का ऐलान किया है। इससे पहले कबीरधाम जिले के एसपी रहते डॉ. अभिषेक पल्लव ने नक्सलियों की सूचना देने पर 5 लाख रुपये का इनाम और पुलिस विभाग में सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी।

जमीन के अंदर दफन मौत का सामान

नक्सल प्रभावित बस्तर में फोर्स के बढ़ते दबाव और नक्सलियों को मिल रही लगातार चोट से माओवादी संगठन में बौखलाहट है। अब वे जंगलों और अंदरूनी इलाकों में जमीन के अंदर मौत का सामान दफन कर सुरक्षा बलों को टारगेट करने की कायराना करतूत कर रहे हैं। पिछले दिनों बीजापुर में आईईडी की चपेट में आने से 9 लोग शहीद हुए थे। वहीं बस्तर में पिछले तीन दिनों में हुई चार घटनाओं से एक ग्रामीण की मौत हो चुकी है। वहीं तीन ग्रामीण और एक 10 साल की बच्ची घायल हुई है। वहीं एक कुत्ता और एक भैंस बम की जद में आने से अपनी जान गंवा चुके हैं।

जवानों के लिए IED बनी बड़ी चुनौती

नक्सलियों के खिलाफ मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों को लगातार सफलता मिल रही है, लेकिन बस्तर क्षेत्र के जंगलों और सड़कों पर बिछाए गए आईईडी सुरक्षाबलों के लिए गंभीर चुनौती बने हुए हैं। फोर्स के जवानों ने IED का पता लगाने के लिए सघन अभियान शुरू किया है, लेकिन इनका खतरा अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। पिछले दो महीनों में बीडीएस की टीम ने 30 से ज्यादा IED को निष्क्रिय किया है। बस्तर संभाग की पुलिस ने इन खतरनाक आईईडी का पता लगाने अब आम जनता की मदद लेने का फैसला किया है। ऐसे व्यक्तियों की पहचान पूरी तरह गुप्त रखी जाएगी।

सूचना मिलने से नुकसान कम होगाः SP

नारायणपुर जिले के SP प्रभात कुमार ने ग्रामीणों से अपील की है कि जिले में IED की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस को सूचना देवें, ताकि समय रहते आईईडी को निकाला जा सके। विस्फोटक से सुरक्षा बल के जवानों, ग्रामीणों, शासकीय सेवकों और वन्य प्राणियों को जान माल की हानि होने से बचाया जा सके। आईईडी की सही जानकारी देने और जब्त करवाने वाले व्यक्तियों को 5000 रुपये इनाम में दिया जाएगा। सूचना देने वाले का पहचान गुप्त रखा जाएगा।

रिपोर्टः संदीप दीवान