रायगढ़ महापौर पद की रेस में भाजपा से संगीता भाटिया की दमदार एंट्री

रायगढ़, 08 जनवरी: रायगढ़ नगर निगम के आगामी नगरीय निकाय चुनाव में महापौर पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए जाने के बाद शहर की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस, दोनों दलों में संभावित उम्मीदवारों की दावेदारी शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में भाजपा की ओर से संगीता सोनकर भाटिया का नाम प्रमुखता से सामने आया है। संगीता भाजपा के वरिष्ठ नेता रविंद्र भाटिया की पत्नी हैं। रविंद्र भाटिया का रायगढ़ की राजनीति में एक लंबा और समर्पित इतिहास रहा है। उनके संगठनात्मक कौशल का लाभ भाजपा को कई चुनावों में मिला है। अब वह अपनी पत्नी के लिए महापौर पद का टिकट मांग रहे हैं। संगीता भाटिया ने जनहित के मुद्दों पर सक्रियता से काम कर अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने बूढ़ी माई क्षेत्र में स्थित कर्बला तालाब की सफाई और रखरखाव के लिए एक बड़ा आंदोलन चलाया था। इस पहल के बाद तालाब और उसके आसपास की सफाई नियमित रूप से होने लगी, जिससे स्थानीय वातावरण में सुधार हुआ। हायर सेकंडरी तक शिक्षित संगीता भाटिया अपने पति के साथ भाजपा के कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाती रही हैं। उनकी सामाजिक सक्रियता ने उन्हें एक लोकप्रिय चेहरा बनाया है।

रविंद्र भाटिया ने सन् 1990 में भाजपा से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। उन्होंने कोतरा रोड बूथ अध्यक्ष के रूप में पार्टी की जिम्मेदारी संभाली और संगठन के प्रति समर्पित भाव से काम किया। यह शुरुआत उनके लिए मील का पत्थर साबित हुई, और तब से लेकर अब तक उन्होंने लगभग 34 वर्षों तक विभिन्न पदों पर रहते हुए भाजपा के लिए काम किया। खरसिया उपचुनाव में उन्होंने दिलीप सिंह जूदेव के पक्ष में सक्रिय भूमिका निभाई थी, जिसे आज भी पार्टी के कार्यकर्ता एक उदाहरण के रूप में देखते हैं। भाटिया पूर्व विधायक विजय अग्रवाल के विश्वासपात्र माने जाते हैं। वर्तमान में रविंद्र भाटिया भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा, जिला रायगढ़ के अध्यक्ष हैं। इस भूमिका में उन्होंने अल्पसंख्यक समुदायों के बीच पार्टी का आधार मजबूत करने का काम किया है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि श्रीमती संगीता सोनकर भाटिया को भाजपा से महापौर पद का टिकट मिलता है, तो उनकी लोकप्रियता, सामाजिक योगदान और पति के राजनीतिक अनुभव का लाभ पार्टी को मिल सकता है। स्थानीय मतदाताओं का भी मानना है कि संगीता भाटिया जैसी नेत्री जनहित के कार्यों को प्राथमिकता देकर रायगढ़ के विकास को गति दे सकती हैं। अब सभी की निगाहें भाजपा नेतृत्व पर टिकी हैं। खासतौर पर मंत्री ओपी चौधरी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के निर्णय इस चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे। क्या संगीता भाटिया को रायगढ़ के महापौर पद के लिए टिकट मिलेगा, यह आगामी दिनों में स्पष्ट होगा।