जैसा कर्म वैसा फल, आज नहीं तो कल – पंडित दीपक कृष्ण महाराज

जांजगीर-चांपा। ग्राम गोधना (नवागढ़) में साहू परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन, 24 दिसंबर मंगलवार को, पंडित दीपक कृष्ण महाराज जी ने कथा के माध्यम से भक्तों को जीवन के गूढ़ रहस्यों और कर्म के महत्व पर प्रवचन दिया।

महाराज श्री ने कहा, “जैसा कर्म वैसा फल, आज नहीं तो कल। प्राणी को उसके कर्मों के अनुसार फल की प्राप्ति होती है। यदि सुख, संपत्ति, अन्न, धन, और लक्ष्मी चाहते हैं तो अच्छे कर्म करना आवश्यक है।” उन्होंने कथा के माध्यम से भक्तों को समझाया कि जीवन में सकारात्मकता और ईश्वर के प्रति विश्वास का कितना महत्व है।

कथा का मुख्य आकर्षण
कथा के तीसरे दिन अजामिल उपाख्यान, जड़ भरत प्रसंग, प्रहलाद चरित्र, और ध्रुव चरित्र का श्रवण कराया गया। महाराज श्री ने बताया कि ध्रुव जी जिद के प्रतीक थे। भगवान को पाने की उनकी अटल जिद और तपस्या के आगे भगवान को प्रकट होना पड़ा। वहीं, प्रहलाद जी को विश्वास का प्रतीक बताया। हिरण्यकश्यप जैसे अत्याचारी पिता के बार-बार प्रयास के बावजूद प्रहलाद जी का विश्वास अडिग रहा। उन्होंने कहा, “जिसे भगवान पर विश्वास होता है, उसकी दुनिया लाख कोशिशें करे, लेकिन उसका कुछ बिगाड़ नहीं सकती।”

दुनिया पर नहीं, बांके बिहारी पर करें विश्वास
महाराज श्री ने भक्तों से कहा, “यदि आप दुनिया पर विश्वास करेंगे तो तकलीफें मिलेंगी, लेकिन मेरे बांके बिहारी पर विश्वास करेंगे तो आनंद की बरसात होगी। क्योंकि बांके बिहारी जी स्वयं आनंदकंद हैं।”

भक्तों की भारी उपस्थिति
कथा के इस दिव्य आयोजन में हजारों की संख्या में कथा प्रेमी उपस्थित रहे। पंडाल भक्तों से खचाखच भरा हुआ था, और श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ कथा श्रवण कर रहे थे। इस पवित्र आयोजन ने भक्तों को अध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया और सभी ने अपने जीवन में अच्छे कर्म और ईश्वर पर विश्वास रखने का संकल्प लिया।