त्रिपुरा रायफल के जवानों की खदान में अवैध वसूली : सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़

रायगढ़। रायगढ़ के छाल एसईसीएल खदान में सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे त्रिपुरा रायफल के जवानों पर गंभीर आरोप सामने आया है। दिनांक 16 दिसंबर 2024 सोमवार की रात, खदान में कोयला लोड करने आए वाहनों से एंट्री के नाम पर अवैध पैसे वसूलने की शिकायत ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी।

सुरक्षा प्रभारी ने पकड़ा रंगे हाथ
रायगढ़ एसईसीएल के सुरक्षा प्रभारी रमेश दास ने मौके पर पहुंचकर त्रिपुरा रायफल के जवानों को रंगे हाथ पकड़ लिया। लेकिन जवानों ने न केवल अपनी गलती मानी, बल्कि रमेश दास के साथ अभद्रता और हुज्जतबाजी की। रमेश दास ने इस घटना की जानकारी एसईसीएल के जनरल मैनेजर और छाल सब एरिया मैनेजर को दी।

पहले भी उठा है विवाद
यह पहली बार नहीं है जब छाल एसईसीएल खदान में अवैध वसूली का मामला सामने आया हो। बायपास मार्ग पर इसी तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जहां वाहन चालकों से मारपीट तक की नौबत आई थी। इसी तरह, दो दिन पहले बरोद खदान में भी वाहन एंट्री के नाम पर अवैध वसूली की खबरें सुर्खियों में थीं।

खदान की सुरक्षा पर सवाल
त्रिपुरा रायफल के जवान, जिन्हें खदान की सुरक्षा का जिम्मा दिया गया है, उन्हीं पर अवैध वसूली के आरोप लगना न केवल हैरान करता है, बल्कि खदान की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। ऐसी स्थिति में यह कहना मुश्किल है कि खदान और वहां का कोयला कितना सुरक्षित है।

क्या होगी कार्रवाई?
रमेश दास ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्होंने पूरी घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी है। अब सवाल उठता है कि क्या इन जवानों पर कार्रवाई होगी, या मामला पहले की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।

रमेश दास (रायगढ़ एसईसीएल सुरक्षा प्रभारी): “मैने त्रिपुरा रायफल के जवानों को रंगे हाथ पकड़ा, लेकिन उन्होंने मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया। अब आगे की कार्रवाई उच्च अधिकारी करेंगे।”

अगर जिम्मेदार अधिकारी और प्रबंधन ने इस बार भी आंखें मूंद लीं, तो यह खदान की सुरक्षा और एसईसीएल की साख के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है। अब देखना यह है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होती है या नहीं।