छत्तीसगढ़ में वंदे भारत ट्रेनों का बुरा हाल है। यही वजह है कि भारतीय रेलवे छत्तीसगढ़ आवाजाही करने वाली वंदे भारत ट्रेनों में डिब्बों की संख्या कम करने जा रहा है।
एक ओर जहां यूपी बिहार आवाजाही करने वाली ट्रेनों में वेटिंग की समस्या देखी जा रही है तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में वंदे भारत ट्रेनों का बुरा हाल है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ आवाजाही करने वाली 2 जोड़ी वंदे भारत ट्रेनों में डिब्बों की संख्या कम की जाएगी। बताया जाता है कि यात्रियों के नहीं मिलने के करण रेलवे ने छत्तीसगढ़ आवाजाही करने वाली वंदे भारत ट्रेनों में कोच कम करने का फैसला किया है।
दुर्ग-विशाखापट्टनम वंदे भारत में कम होंगे कोच
रेलवे ने दुर्ग-विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में कोच की संख्या कम करने का विचार किया है। इस ट्रेन में 16 कोच हैं। यह ट्रेन पूरी तरह नहीं भर पा रही है। बताया जाता है कि इस ट्रेन में केवल 30 से 35 फीसदी यात्री सफर कर रहे हैं।
नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत के कोच में भी कटौती
यही स्थिति नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की बताई जा रही है। इसके कारण रेलवे को इस ट्रेन में भी कोच कम करना पड़ रहा है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि आठ कोच कम होने से वंदे भारत एक्सप्रेस को पर्याप्त संख्या में यात्री मिलने लगेंगे।
रेलवे मुख्यालय को चिट्ठी
कोच कम करने के लिए रेलवे मुख्यालय को चिट्ठी भी भेजी गई है। वंदे भारत ट्रेनों में रूट और अपेक्षित यात्रियों की संख्या के आधार पर आठ, 16 या 20 कोच हो सकते हैं। आठ कोच वाली रेक बेहतर हो सकती है।
टिकट महंगा होना वजह
बता दें कि वंदे भारत ट्रेन में दो एग्जीक्यूटिव क्लास कोच और 14 चेयर कार कोच हैं। इसमें 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता हैं। टिकट महंगा होने के कारण ही ट्रेन को लेकर यात्रियों में उत्साह नहीं है। इसी के कारण कम यात्री मिलने से रेलवे को नुकसान उठाना पड़ रहा है। वंदे भारत ट्रेन को लेकर यात्रियों में कोई खास उत्साह नहीं है। इसके चलते दोनों तरफ से वंदे भारत पूरी तरह से भर नहीं पा रही है।