सुशासन को 01 वर्ष: संत बाबा गुरु घासीदास स्मृति शासकीय चिकित्सालय में हुआ स्वैच्छिक रक्त शिविर का आयोजन

  • शिविर के माध्यम से अब तक कुल 23 रक्तदान, प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया सम्मानित
  • रक्तदाताओं ने किया अनुभव साझा, लोगों से की रक्तदान की अपील

रायगढ़, 14 दिसम्बर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन को 01 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.विनित कुमार जैन एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ.मनोज कुमार मिंज के मार्गदर्शन में स्व.श्री लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध संत बाबा गुरु घासीदास जी स्मृति शासकीय चिकित्सालय रायगढ़ में स्वैच्छिक रक्त शिविर का आयोजन चिकित्सालय के प्रथम तल के रक्त केन्द्र (ब्लड सेंटर) में 11 दिसम्बर से 20 दिसम्बर 2024 तक किया जा रहा है। जिसमें चिकित्सा महाविद्यालय के चिकित्सक, चिकित्सा शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, स्टाफ  नर्स, छात्र-छात्राओं इंटर्न चिकित्सक तथा सुरक्षा कर्मियों के द्वारा रक्तदान किया गया। जिन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदाय कर सम्मानित किया गया।

इस साप्ताहिक शिविर में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध चिकित्सालय के अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा अब तक कुल 23 रक्तदान किया जा चुका है। यह शिविर लगातार 20 दिसम्बर 2024 तक चलेगा। वहीं 18 दिसम्बर को संत बाबा गुरु घासीदास जयंती के दिन भी आयोजित की जाएगी। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें और किसी की जान बचाने में सहभागी बनें। इस आयोजन का उद्देश्य समाज में रक्तदान की संस्कृति को बढ़ावा देना है।  कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक पैथोलॉजी एवं ब्लड सेंटर प्रभारी डॉ.किरणलता भगत, सह प्राध्यापक पैथोलॉजी डॉ.रीना नायक, डॉ.राकेश कुमार खूंटे सहायक प्राध्यापक, डॉ.नितेश पटेल डेमोन्स्ट्रेटर, टेक्निशियन श्री उमेश पटेल, श्री रामकिंकर गुप्ता, श्री अमित कंवर, स्टाफ  नर्स, श्रीमती पूर्णिमा सिंह जगत श्री तेजराज चौहान, किशोर कुमार प्रधान, श्री रघुनाथ शर्मा, मो.रिजवान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

रक्त दाताओं ने किया अनुभव साझा, रक्त दान करने की अपील
रक्तदान शिविर में रक्तदाता सहायक प्राध्यापक मेडिसीन विभाग डॉ.नरेश पटेल ने ने कहा कि लोगों में भ्रांति रहती है कि रक्तदान करने से कमजोरी आती है, रक्त की कमी हो जाती है ऐसा कुछ नहीं है। व्यक्ति स्वस्थ है तो रक्तदान करने से रक्तदाता के शरीर में किसी भी प्रकार का बुरा असर नहीं पड़ता है। इसी प्रकार मेडिकल सोशल वर्कर डॉ.ऋतु शर्मा ने कहा कि मैं हर 06 महिने में रक्तदान करती हूं जिससे मुझे खुशी मिलती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी इस पुण्य कार्य में आगे आना चाहिए। स्टाफ  नर्स मेडिसीन वार्ड श्रीमती हेमलता कश्यप ने रक्तदान कर कहा कि यह मेरा पहला रक्तदान है मुझे नि:स्वार्थ मानवसेवा के इस कार्य में काफी अच्छा महसूस हो रहा है भविष्य में भी रक्तदान करूंगी ताकि किसी की जान बच सके।  सुरक्षा कर्मी श्री कैलाश चौहान ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि रक्तदान करना एक महान कार्य है रक्तदान से किसी के जीवन को बचाया जा सकता है।