गाड़ी मालिकों की लापरवाही के शिकार हो रहे बेजुबान

  • ठंड की वजह से गाड़ियों के नीचे दुबककर सोते हैं बेसहारा

खरसिया। ऐसा नहीं की ठंड सिर्फ इंसानों को ही लगती हो, बेजुबान भी ठंड से परेशान होकर इधर-उधर दुबककर सो जाते हैं। अक्सर वे कारों के नीचे सोते हैं और जब बिना हॉर्न बजाए गाड़ी मालिक स्टार्ट करते हैं, तो इन बेजुबानों को या तो अपंगता का शिकार होना पड़ता है या फिर वह काल की गाल में समा जाते हैं।

गौ सेवा संगठन के प्रमुख राकेश केशरवानी ने बताया कि शुक्रवार को नगर में तीन केस हुए हैं। अर्चना टॉकिज के पास एक स्वान के पीछे के दोनों पांव हमेशा के लिए टूट गये हैं। वहीं टीआईटी कालोनी में कार के नीचे स्वान का बच्चा सोया था, वह भी कुचला गया। तीसरा केस रेलवे साइडिंग बायपास रोड का है, जहां एक छोटा स्वान वाहन की चपेट में आ गया। ऐसे में केसरवानी ने अपील की है कि अपना वाहन देखकर चलाएं, धीरे चलायें सुरक्षित चलें। ‌क्योंकि इन बेजुबानों के भी परिवार होते हैं दर्द इनको भी होता है, परंतु बेजुबान सिर्फ रोते रहते हैं, कराहते पड़े रहते हैं।

बढ़ती ही जा रही अपाहिज गौवंश की संख्या
गौ सेवक ने कहा कि आपकी जरा सी लापरवाही से नगर में गौवंश तथा अन्य जीव-जंतुओं के अपंग- अपाहिज होने की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अभी भी नगर में 50 से अधिक गौवंश अपंग-अपाहिज होकर तकलीफ़ में जीवन गुजार रहे हैं  वहीं 15-20 स्वान के हाथ-पांव हमेशा के लिए खराब हो चुके हैं। वे चलने फिरने में असमर्थ हो चुके हैं। वहीं स्वान में फिर से खुजली की बिमारी फैल रही है, तो गौवंश के बछड़ों में लम्पी वायरस पांव पसार रहा है। ऐसे में पशु विभाग और गौसेवकों की जिम्मेदारी बहुत बढ़ चुकी है, ऐसे में वाहन चलाते समय स्पीड का तथा वाहन स्टार्ट करते समय नीचे कोई जीव-जंतु तो नहीं सो रहा, इसका ख्याल अवश्य रखना चाहिए।