ओ. पी. जिंदल विश्वविद्यालय में तीन-दिवसीय अन्तर्विद्यालयीन प्रतियोगिता ‘स्पर्धा -24’ का भव्य उद्घाटन

  • रायगढ़ जिले के कलेक्टर एवं डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कार्तिकेय गोयल, आईएएस ने किया ओ. पी. जिंदल विश्वविद्यालय के तीन-दिवसीय अन्तर्विद्यालयीन प्रतियोगिता ‘स्पर्धा -24’ का भव्य उद्घाटन

रायगढ़। ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ द्वारा आयोजित किये जा रहे प्रथम तीन-दिवसीय अन्तर्विद्यालयीन प्रतियोगिता ‘स्पर्धा -24’ का उदघाटन समारोह 16 नवम्बर को आयोजित किया गया। 16 नवम्बर से 18 नवम्बर 2024 तक आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता ‘स्पर्धा-24’ का उद्घाटन विश्वविद्यालय के पूंजीपथरा कैम्पस में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि- रायगढ़ जिले के कलेक्टर एवं डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कार्तिकेय गोयल (आईएएस) ने जीतेन्द्र यादव (सीईओ -जिला पंचायत, रायगढ़ ), डॉ वी. के. राव (जिला शिक्षा अधिकारी, रायगढ़), डॉ आर. डी. पाटीदार (कुलपति, ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय) एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में किया। ‘स्पर्धा -24’ में रायगढ़ जिले के 30 से अधिक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों के हज़ारों छात्र शामिल हो रहे हैं, जो की विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। 

कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के आरम्भ में दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात, ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने अपने उद्बोधन में सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। डॉ पाटीदार ने ‘स्पर्धा -24’ के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा की इसके माध्यम से विद्यालयीन छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने, रचनात्मकता को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करने के साथ -साथ छात्रों को प्रतिस्पर्धी माहौल में अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करके उनमें रचनात्मक सोच, समस्या-समाधान क्षमताओं और नवाचार को भी प्रोत्साहित करना है। इस प्रतियोगिता के माध्यम से सभी प्रतिभागी अपने-अपने क्षेत्रों में अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए प्रेरित होंगे।

रायगढ़ जिला पंचायत के सीईओ जीतेन्द्र यादव ने अपने सम्बोधन में प्रतिभागियों को खेल का जीवन में महत्त्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा की खेल हमारे न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, बल्कि मानसिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आज के समय में जबकि छात्रों का अधिकतर समय ‘स्क्रीन टाइम’ के रूप में व्यतीत हो रहा है, छात्रों में तनाव और मानसिक थकावट बढ़ रही है। खेल ही एक ऐसा माध्यम है जो हमें शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बनाने का एक प्रभावी तरीका प्रदान करता हैं और साथ ही साथ सही निर्णय लेने की क्षमता का भी विकास होता है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि-रायगढ़ जिले के कलेक्टर एवं डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कार्तिकेय गोयल ने ‘स्पर्धा-24’ प्रतियोगिता का उदघाटन करते हुए ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय को इसके आयोजन के लिए बधाई दिया और सभी प्रतिभागियों का अपने प्रेरक उद्बोधन से मार्गदर्शन किया। गोयल ने अपने उद्बोधन में तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करते हुए प्रतिभागियों को प्रेरित किया। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा की आप सभी अगले चार-पांच वर्षों को अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय समझते हुए अपने लक्ष्य पर एकाग्र होकर अच्छे से मेहनत करें और अपना कैरियर बनाएं; अपने अच्छे कैरियर और कार्यों से अपने देश एवं माता -पिता का नाम रोशन करें तथा याद रखें की आपका कॉम्पिटिशन आपके साथी से नहीं बल्कि अंतररष्ट्रीय स्तर पर है। अपने संक्षिप्त एवं प्रेरणादायी उद्बोधन के पश्चात गोयल ने प्रतियोगिता के आरम्भ की घोषणा किया। सभी प्रतिभागियों द्वारा शपथ ग्रहण के पश्चात प्रतिभगियों द्वारा मार्च पास्ट किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ विकास कुमार द्वारा सभी के प्रति आभार व्यक्त किया गया। 

विदित हो की NAAC ‘A’ ग्रेड प्राप्त रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व-स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। वर्त्तमान में विश्वविद्यालय में तीन स्कूल- स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट एवं स्कूल ऑफ़ साइंस संचालित हैं। स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग में डिप्लोमा, बी.टेक., एम.टेक., एवं पीएचडी; स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट में बीबीए, बी कॉम-ऑनर्स, बीए-ऑनर्स, एमबीए एवं पीएचडी; एवं स्कूल ऑफ़ साइंस में बीएससी-ऑनर्स, एमएससी एवं पीएचडी प्रोग्राम्स संचालित हैं। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है; और यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन की विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए डेडिकेटेड रूप से कार्य कर रहा है।