पूर्व राज्यसभा सांसद गोपाल व्यास का गुरुवार को निधन हो गया है.उनके निधन की खबर के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पुरैना स्थित निवास पहुंचे और अंतिम दर्शन कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री साय ने शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया. गोपाल व्यास के मंशानुरूप उनका पार्थिव शरीर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) को दान किया जाएगा. निधन की खबर के बाद सीएम ने बलौदाबाजार के कार्यक्रम को निरस्त कर दिया है.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा व्यास छत्तीसगढ़ राजनीति के पुरोधाओं में से एक थे. वे 2006 से 2012 तक छत्तीसगढ़ राज्य से राज्यसभा सांसद रहे. व्यास जी गृहस्थ रहते हुए भी महान संत थे.उनकी सरलता और सादगी ने सभी को प्रभावित किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला. उन्होंने सदैव देश व समाज हित में कार्य किया. यह देश और प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है.
मुख्यमंत्री ने व्यास जी के साथ बिताए दिनों को याद करते हुए कहा कि मुझे अनेक अवसरों पर उनके साथ कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिला. सामान्यतः किसी कार्यक्रम का शुभारंभ हम फीता काट कर करते हैं, लेकिन व्यास जी कहते थे कि मुझे यह व्यक्तिगत रूप से अच्छा नहीं लगता है. हमारा काम काटने का नहीं बल्कि जोड़ने का है.