रायगढ़। नालंदा परिसर के कैफेटएरिया को मेरिन ड्राईव के किनारे बनाया जाना है। यहीं पर ही रो ब्रिज भी बनाया जाना है, जो सीधे नालंदा परिसर को जोड़ेगा। इसके लिए शनि मंदिर से सर्किट हाऊस से जोड़ने वाली मेरिन ड्राईव के बीच में यह बनाया जाना है। इसमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बाकेट एरिया के पास करीब पांच मकानों को तोड़े जाने का नोटिस दिए जाने के बाद वहां पर लोगों में दहशत है।
हालांकि अतिक्रमण कर लोगों ने यहां पर बड़े बड़े मकान बना लिया है। लेकिन उन्हें तहसील कार्यालय में पांच नवंबर को पेश होने के लिए कहा गया है। इसके पहले भी करीब चार से पांच पेशी हो चुकी है। अभी तक इसमें कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है। पांच घरों में सिर्फ एक ही परिवार ने पट्टा के लिए आवेदन किया था, उसे ही – करीब 300 वर्गफीट का पट्टा मिला है, बाकी परिवार के पास जमीन को कोई वैध दस्तावेज नहीं है। इन मकानों के बगल में ही नजूल भूमि है, लेकिन वहां पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट कुछ हिस्सा पड़ रहा है।
नोटिस दिए जाने के बाद अब उनका मामला अपर तहसीलदार के कोर्ट में चल रहा है। इधर अतिक्रमण कर मकान बनाने वाले लोगों में रामदिन देवांगन, दिलेश्वर, मनोहर, पुरुषोत्तम, आरती देवांगन के मकानें है। कुछ जमीन में बड़ी बिल्डिंग बन गई है, इन मकानों के तोड़े जाने को लेकर आसपास के लोगों दहशत का माहौल है।