धरमजयगढ। विभागीय जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में धरमजयगढ़ वन मण्डल अंतर्गत क्षेत्र के अलग- अलग जगहों पर कुल 120 की तादाद में हाथी विचरण कर रहे हैं जो क्षेत्रवासियों के लिए कहीं न कहीं भारी चिंता का शबब बना हुआ है। आए दिन क्षेत्र के गांव जंगल एवं सड़क किनारे हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है लिहाजा प्रभावित ग्रामीण इस विकट समस्या को लेकर चिंतित हैं। वहीं हाथी किसान की गाढ़ी मेहनत को नष्ट कर रहे है फसलों को लगातार चट किए जा रहे हैं साथ ही दरों दीवारों को भी निशाना बना रहे हैं।
इसी कड़ी में जानकारी के अनुसार आज बीती रात हाथी तेजपुर गांव किनारे धावा बोल दिए थे फिर क्या था गांववासियों हाथियों को हकालने में सभी का सहयोग लेते हुए एकजुट होकर भगाने में में जुट गए ।रात के अंधेरे में किसान बाईक व टार्च के सहारे हाथी को भगाने के जद्दोजहद में जुटे रहे लेकिन विभाग के जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से कहिं न कहीं परे नजर आए जो जिम्मेदारों की जिम्मेदारी की पोल को साफ तौर पर खोलता नजर आ रहा है ऐसे हालात में यहाँ यह समझना शायद ज्यादा कठिन नही है कि क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी रही और संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी नदारत रहे। संवेदनशील मामले पर आखिर विभागीय कर्मचारी संजीदा क्यों नही है यह गंभीर विषय है जो अनेकों सवालों को जन्म दे रहा है ?