- कबीरधाम, बना छत्तीसगढ़ का “क्राइम-धाम” (अपराधों का धाम), कम्यूनल-धाम (साम्प्रदायिकता का धाम) और करप्शन-धाम (भ्रष्टाचार का धाम) – अमित
- उपमुख्यमंत्री-एसपी को बर्खास्त करने, पीड़ितों को 1 करोड़ मुआवजा, सरकारी नौकरी देने और पदेन हाईकोर्ट जज से जाँच करवाने की 3-सूत्री मांग
- JCCJ ने 14सदस्यों की जाँच टीम का किया गठन-अमित
रायपुर, छत्तीसगढ़। कबीरधाम जिला के ग्राम लोहारडीह कांड पर कड़ी प्रतिक्रिया जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा सवा 3 करोड़ छत्तीसगढ़ियों के बीच में पहली बार आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों ने 3 अक्टूबर 2021 को कवर्धा शहर में अंततः साम्प्रदायिकता का बीज बोने में सफलता हासिल करी। 3 अक्टूबर 2021 की कवर्धा की घटना के ठीक पहले और उसके बाद, हाई-प्रोफाइल अपराधों की संख्या में लगभग 13 गुना (1270%) वृद्धि हुई है। 2 सालों तक सत्तासीन भूपेश सरकार, मुस्लिम और सतनामी समुदायों पर बढ़ते आक्रमण के बावजूद, ख़ुद को भाजपा से भी अधिक हिंदुत्ववादी दर्शाने के चक्कर में हाथ पे हाथ धरके, मूक दर्शक बन कर बैठी रही। दिसंबर 2023 में सत्तासीन होने के बाद भाजपा ने सांप्रदायिक्ता की इस प्रयोगशाला से उत्पन्न, कर्वधा से पहली बार चुनाव लड़े एक ऐसे व्यक्ति, जिसका दंगे करवाने के अलावा रत्ती भर प्रशासनिक अनुभव नहीं था, को प्रदेश का न केवल उप-मुख्यमंत्री बनाया बल्कि उन्हें गृह मंत्रालय जैसे अति-संवेदनशील विभाग की कमान सौंप कर कबीरधाम के अपने प्रथम सफल सांप्रदायिक प्रयोग को पूरे प्रदेश में लागू करने के लक्ष्य की विधिवत जवाबदारी सौंप डाली। दिसंबर 2023 के बाद भाजपा के राज में अब यादव और साहू समाज जैसे पिछड़ा वर्ग और भाजपा के कार्यकर्ता तक भी सांप्रदायिक नफ़रत की आग के चपेट में सरेआम जलने लगे हैं। कबीरधाम आज जल रहा है और उपमुख्यमंत्री, रोम साम्राज्य के सम्राट नीरो की तरह, बांसुरी बजा रहे हैं!
अमित जोगी ने कहा मेरे पिता जी, छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्य मंत्री और छत्तीसगढ़ के प्रथम और एकमात्र क्षेत्रीय दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के संस्थापक स्वर्गीय श्री अजीत जोगी ने कबीरपंथियों के गुरु श्रद्धेय प्रकाश मुनि नान साहेब के अनुरोध पर 2001 में कवर्धा जिला का नाम कबीरधाम जिला रखा। विगत 21 वर्षों में ‘रमन-भूपेश-विष्णु’ के राज में इस जिले की विकास-दर में न केवल पतन हुआ है बल्कि कबीरधाम, छत्तीसगढ़ का “क्राइम-धाम” (अपराधों का धाम), “कम्युनल-धाम” (सांप्रदायिकता का धाम) और “करप्शन-धाम” (भ्रष्टाचार का धाम) बन चुका है।
अमित जोगी ने कहा अवैधानिक सलवा जुडुम की तर्ज पर दंतेवाड़ा में पुलिस बल के माध्यम से ‘लोन वर्रटू’ (जबरिया फर्जी तरीके से पैसे और नौकरी देने की शर्त पर तथाकथित नक्सलियों की घर वापसी) अभियान चलाने वाले पूर्व एस.पी., जो कबीरधाम जिले के तत्कालीन एस.पी. थे, ने शायद वहाँ के नक्सलियों से सीख लेते हुए पूरे गांव के सामने एक क्रूर ‘कैंगरू-कोर्ट’ (गैर-कानूनी जनादालत) का आयोजन किया और खुद ही ‘जज, जूरी और जल्लाद’ बन बैठे: जज की हैसियत से दो नाबालिग लड़कियों की बेरहमी से पिटाई करवाई, उनकी इज्जत की खुलेआम धज्जियां उड़ाई, स्वर्गीय प्रशांत साहू को दोषी करार दिया और उसकी माँ के कपड़े तक उतरवाए; खुद ही जूरी बनकर प्रशांत साहू को जेल की सलाखों के पीछे बंद करवा दिया; और खुद ही जल्लाद बनकर उनकी जेल में हत्या भी करवा दी। नक्सलियों और उपमुख्यमंत्री के कैंगरू-कोर्ट में केवल दो अंतर मुझे नज़र आते हैं। पहला, जहाँ एक तरफ़ नक्सली दुरस्त दुर्गम जंगलों में छुपकर, रात के अंधेरे में ग्रामीणों की हत्या करवाते हैं; वहीं दूसरी तरफ माननीय उपमुख्यमंत्री के इशारों पर मौत का यह तांडव छत्तीसगढ़ की धर्म नगरी कबीरधाम के हृदयस्थली में खुलेआम खेला जा रहा है। दूसरा, दिसंबर 2023 के पहले जहाँ साम्प्रदायिकता की यह आग मुस्लिम और सतनामी समाज तक सीमित दिखती थी, वहीं दिसंबर के बाद भाजपा के राज में अब यादव और साहू समाज जैसे पिछड़ा वर्ग के लोग और भाजपा के कार्यकर्ता तक भी इस आग की चपेट में सरेआम जलने लगे हैं। इसमें कोई शक नहीं कि कबीरधाम आज जल रहा है और उपमुख्यमंत्री, रोम साम्राज्य के सम्राट नीरो की तरह, बांसुरी बजा रहे हैं!
अमित जोगी ने कहा छत्तीसगढ़ के एक नागरिक एवं प्रदेश की एक मात्र क्षेत्रीय दल का प्रदेश अध्यक्ष होने केवे सरकार से ये मांग करते हैं कि-
1. बाँसुरी बजाने वाले उपमुख्यमंत्री और ‘कैंगेरू कोर्ट’ लगाने वाले SP को तत्काल उनके पद से बर्खास्त किया जाए।
2. सभी पीड़ित परिवारों को रु 1 करोड़ मुआवजा एवं योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी दी जाए।
3. उपरोक्त घटनाक्रम के मूल कारणों की जांच माननीय हाई कोर्ट के एक पदेन जज से करवाई जाए ।
इस सन्दर्भ में प्रदेश उपाध्यक्ष श्री ज़हीर खान की अध्यक्षता में 14 सदस्यों की जाँच समिति का गठन किया गया है । समिति में महामंत्री श्री नवीन अग्रवाल, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती संतोषी रात्रे, कबीरधाम जिलाध्यक्ष श्री सुनील केशरवानी, डॉ बिहारी पटेल, दलिचंद ओगरे,दिनेश झारिया, महेन्द्र टेकाम,आभताभ राजा,गजेंद्र कश्यप, नारायण साहू, मोती टेकाम, राजकुमारी, नेताम ,रामानुज यादव सदस्य हैं जो घटना की जाँच कर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी को रिपोर्ट सौपेंगे।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे