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छत्तीसगढ़ विधानसभा में सोमवार को उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब कुरूद से भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर अपनी ही पार्टी के नेता उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा से भिड़ गए। बता दें कि बिरकोना में किसान की मौत के मामले में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर और भावना बोहरा ध्यानाकर्षण लेकर आए। नारेबाजी के बीच प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विजय शर्मा और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के बीच तीखी बहस देखी गई।
विपक्ष की नारेबाजी और विजय शर्मा और अजय चंद्राकर के बीच तीखी बहस के बीच सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। बिरकोना में किसान की मौत के मामले में अजय चंद्राकर और भावना बोहरा ने ध्यानाकर्षण लाते हुए सवाल किया कि किसान कोमल साहू ने आत्महत्या की या उसकी हत्या हुई है? यह साफ होना चाहिए क्योंकि शरीर में चोट के निशान थे, जिसका पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिक्र नहीं है।
विजय शर्मा से तीखी बहस के बीच अजय चंद्राकर पिपरिया थाना के पूरे स्टाफ को हटाने की मांग कर रहे थे। हालांकि गृह मंत्री विजय शर्मा ने अजय चंद्राकर की मांग को अस्वीकार कर दिया। हंगामा एवं शोरशराबे को देखते हुए सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
विधायक भावना बोहरा ने कहा कि कोमल साहू की मृत्यु को उसके परिजन हत्या बता रहे हैं। इसकी दृष्टि से पूरी मामले की जांच कराई जानी चाहिए। गृह मंत्रालय ने जांच के लिए एसआईटी का गठन करने का निर्देश दिया था। साथ ही सात दिन के भीतर इसकी रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे, लेकिन जांच में देरी से परिवार असहज है। इसलिए मामले की जल्द से जल्द हत्या के एंगल से जांच कराई जानी चाहिए। पुलिस जांच में हादसे को आत्महत्या बताया जा रहा है। यदि यह आत्महत्या है तो इसमें उकसाए जाने की भी जांच होनी चाहिए।